लोकसभा चुनाव: कांग्रेस ने नहीं छोड़ी जिद तो BJP से निपटने के लिए ‘प्लान बी’ एक्टिवेट करेगी RJD!
पटना
लोकसभा चुनाव 2019 के लिए बिहार के महागठबंधन में सीट शेयरिंग पर फॉर्मूला तय नहीं हो पाया है. सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक, कांग्रेस बिहार में 15 लोकसभा सीटों पर चुनाव लड़ने की मांग कर रही है. कांग्रेस संकेत दे रही है कि वह 12 से कम सीटों के लिए समझौता नहीं करेगी. वहीं राष्ट्रीय जनता दल (राजद) छोटी-छोटी पार्टियों के साथ गठबंधन कर रही है. सूत्रों के मुताबिक, राजद 'वैकल्पिक योजना' पर काम कर रही है, ताकि अगर कांग्रेस के साथ गठबंधन नहीं होता है तो वो छोटी पार्टियों के साथ चुनाव मैदान में उतर सके. जिससे बीजेपी को बिहार में पटखनी दे सके.
महागठबंधन दल में शामिल पार्टियां कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी की 3 फरवरी को पटना में होने वाली रैली से पहले सीट-बंटवारे को अंतिम रूप देने के लिए तैयार हैं. लेकिन कांग्रेस, राहुल गांधी की पटना रैली के जरिए बिहार में अपनी ताकत दिखाना चाहती है, सूत्रों के मुताबिक, कांग्रेस चाहती है कि महागठबंध में सीट शेयरिंग का ऐलान राहुल गांधी की रैली के बाद किया जाए.
बता दें, राजद नेता तेजस्वी यादव ने हाल ही में समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव और बहुजन समाज पार्टी की मुखिया मायावती से लखनऊ में मुलाकात की थी. अखिलेश-माया ने यूपी में बनाए गठबंधन में कांग्रेस को जगह नहीं दी है.
हालांकि मकर संक्रांति की दावत के दौरान तेजस्वी यादव, बिहार कांग्रेस के नेताओं के साथ देखे गए थे. सूत्रों के मुताबिक, राजद ने आरएलएसपी और अन्य पार्टियों को गोपालगंज जैसी कुछ आरक्षित सीटें नहीं दी हैं. सूत्रों के मुताबिक, कांग्रेस अगर 12 से कम सीटों की मांग को नहीं छोड़ती है तो राजद गोपालगंज की लोकसभा सीट यूपी की बसपा को दे सकती है.
सूत्रों के मुताबिक, राजद के एक नेता ने इस बात की पुष्टि की है कि वो प्लान बी (वैकल्पिक योजना) पर काम कर रहे हैं. हालांकि अभी तक कांग्रेस के साथ चल रही बातचीत असफल नहीं हुई है. सूत्रों के मुताबिक, राजद महागठबंधन में कांग्रेस को 10 सीटें देने के लिए तैयार है.