रोजगार गारंटी योजना से अब मिल रहा साल भर पानी
कवर्धा
किसी भी योजना का लक्ष्य होता है कि ऐसे कार्य किए जाये, जिससे व्यक्ति और समाज दोनो को फायदा मिल सके। दिनो दिन हो रहे जलवायु परिवर्तन को ध्यान में रखते हुए महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार योजना से बेहतर परिणाम मिल सके। इसके लिए जलवायु अनुकुलन संरचना निर्माण के अंतर्गत जिले में बोरवेल रिचार्ज पिट का कार्य कराने की योजना बनाई गई। इस कार्य की परिकल्पना थी, की ऐसे खेत खलिहान जहां पर ऊपर से पानी बहता हुआ ढ़लान में आता हो उसे बहने के बजाय एक जगह पर एकत्रित कर भू-जल में परिवर्तित किया जा सके। ग्रामीणो को इसके लाभ के बारे में जागरूक किया गया। आज इसका फायदा ग्राम पंचायत रामपुर (ठाठापुर) के किसानो को हो रहा है। उनके खेतो में रिचार्ज पिट बन जाने से अब बोरवेल में पानी की उपलब्धता कई गुना बढ़ गई है। दिलहरण साहू, सालिक, धुर सिंह एवं आनंदी के लिए 34-34 हजार रूपए के लागत से रिर्चाज पिट का कार्य रोजगार गारंटी योजनांतर्गत स्वीकृत किया गया। इस कार्य से इन्हें 174 रूपए के मान से 37 हजार 200 रू. की मजदूरी मिल गई।
जलवायु अनुकुलन संरचना निर्माण के तकनिकी अधिकारी ने किसानो के साथ मिलकर उन्हें इस काम के फायदे बताए। किसानो द्वारा काम की मांग करने पर इनके लिए कार्य ग्राम पंचायत द्वारा स्वीकृत कराया गया। आज इस कार्य के सुखद परिणाम मिल रहे है। क्योंकि जो पानी व्यर्थ ही बह जाता था। उसे भूजल में परिवर्तित करने से बोरवेल की क्षमता पहले से कई गुना बढ़ गई।इसका फायदा यह हो रहा है कि किसानो को अब समय पर बोरवेल से पानी मिल रहा है। जिससे वे अपने बगीचे एवं खेतो की सिंचाई कर फसल उत्पादन में वृद्धि कर रहे है और इससे उन्हें आमदनी भी अच्छी हो रही है। पहले जहां समय दर समय पानी के अभाव में दिलहरण साहू और अन्य ग्रामीण विवश थे वही अब गर्मी के मौसम में भी फसलो को जल आपूर्ति कर रहे है। ग्रामीण बताते है कि खेत के पास पानी ऐसे ही बह जाता थ, लेकिन अब रिर्चाज पिट बन जाने से पानी जमीन के निचे चला जा रहा है। और बोरवेल से पानी भी लेना आसान हो गया। ग्रामीण बताते है की रिचार्ज पिट बनने के पहले बोरवेल जहां एक से दो घण्टा ही चलता था,वहीं अब बोरवेल अनवरत चल रहा है। साथ में पानी रोकने के लिए स्थायी सुविधा भी मिल गई, जिसके कारण हमारी आजीविका में वृद्धि हुई है।