रेलवे बोर्ड के एक आदेश की बड़ी चर्चा, परिवार के किसी सदस्य ने की शिकायत तो रुकेगा वार्षिक वेतन वृद्धि
भोपाल
पश्चिम मध्य रेलवे के भोपाल डिवीजन में रेलवे बोर्ड के एक आदेश की बड़ी चर्चा है। इस आदेश में साफ कहा गया है कि प्रत्येक मंडल के रेल कर्मचारी अपने परिवार का अच्छे से ध्यान रखें। बीवी-बच्चों का अच्छे से लालन पालन करें। यदि इस संदर्भ में कोई शिकायत सही पाई गई तो संबंधित रेल कर्मचारी की वार्षिक वेतन वृद्धि रोकी जा सकती है। साथ ही गंभीर शिकायत मिलने पर उसका प्रमोशन भी रुक सकता है।
ज्ञात हो कि रेलवे कर्मचारियों के कई परिजन डीआरएम और अपने जीएम तक से रेल कर्मचारी की शिकायत करते हैं। इसमें कहा जाता है कि रेल कर्मचारी अपने परिवार के बजाए अपने ऐशाआराम पर पैसा उड़ाता है। परिवार को मानसिक परेशानी झेलनी पड़ती है।
रेलवे सूत्रों के अनुसार रेलव बोर्ड ने सभी जोन को एक सर्कूलर भेजा है। इसमें रेल कर्मचारियों से अपेक्षा की गई है कि वे अपने परिवार का ठीक से लालन पालन करें। वे परिजनों से ठीक से व्यवहार के साथ ही उनकी आवश्यकताओं की पूर्ति करें। सर्कू लर में साफ तौर पर चेतावनी दी गई है कि अपने परिवार की उपेक्षा करने वाले रेल कर्मचारियों पर विभागीय कार्रवाई हो सकती है। उनकी वार्षिक वेतन वृद्धि रोकी जा सकती है। यदि कर्मचारी ने अपने परिवार का लालन पालन ठीक से नहीं किया तो उसका प्रमोशन भी रुक सकता है। सर्कूलर में कहा गया है कि मंडल के अधिकारी इस मामले को संज्ञान में लें। और दोषी कर्मचारी को चेतावनी दें। फिर भी यदि वो नहीं सुधरे तो पहले उसकी वेतन वृद्धि को रोक दें।
बोर्ड के आदेश में उल्लेख है कि रेल कर्मचारी के परिजन संबंधित विभाग प्रमुख से शिकायत कर सकते हैं। ये शिकायत मुख्य रूप से परिवार का खर्च न उठाने से संबंधित होनी चाहिए। शिकायत मिलने पर विभाग प्रमुख अपने स्तर पर मामले की जांच कराएगा। यदि जांज सही पाई गई तो संबंधित कर्मचारी को समझाइश दी जाएगी। सुधार नहीं आने पर उसे वार्षिक वेतन वृद्धि रोकन और प्रमोशन रोक कर दंडित किया जा सकता है। इसके अतिरिक्त रेल अफसरों की एक टीम संबंधित कर्मचारी की कांउंसिलिंग भी करेगी। ताकि वो अपने में परिवर्तन ला सके और अपने परिवार का ध्यान रख सके।