राफेल पर राहुल को रक्षा मंत्री सीतारमण का करारा जवाब, कहा-कांग्रेस झूठी है

 
नई दिल्ली 

राफेल मामले पर कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी की ओर से मोदी सरकार पर किए जा रहे लगातार हमले के बाद लोकसभा में रक्षा मंत्री निर्मला सीतारमण ने आक्रामक तेवर अपनाते हुए कांग्रेस को करारा जवाब दिया और कहा कि कांग्रेस झूठी है और उसने इस मामले पर झूठ बोलकर देश को गुमराह किया है.

लोकसभा में फ्रांस के साथ राफेल करार की प्रक्रिया के बारे में बोलते हुए रक्षा मंत्री निर्मला ने कहा कि 74 बैठकों के बाद राफेल सौदा किया गया. हथियारों से लैस और बगैर हथियार वाले राफेल विमान की तुलना करना गलत है. गलत जानकारी के नाम पर कांग्रेस ने झूठ बोला है. वह देश को गुमराह कर रही है. बैंक गारंटी के सवाल पर रक्षा मंत्री निर्मला ने कहा कि किसी भी देश के साथ हुए रक्षा करार में बैंक गांरटी नहीं ली गई थी. वो चाहे अमेरिका के साथ हुआ है या फिर फ्रांस के साथ.

कीमत बताना देशहित में नहीं

लोकसभा में बहस का जवाब देते हुए रक्षा मंत्री सीमारमण ने सुप्रीम कोर्ट के फैसले का हवाला देते हुए कहा कि हमने सुप्रीम कोर्ट को गुमराह नहीं किया. कोर्ट ने भी राफेल डील पर सवाल नहीं उठाए. सुप्रीम कोर्ट ने भी दाम नहीं बताने पर टिप्पणी की है और कोर्ट का फैसला पूरी प्रक्रिया देखकर ही आया है. रक्षा मंत्री ने साफ किया कि देशहित पर कीमत बताना ठीक नहीं है क्योंकि यह बहुत संवेदनशील मामला है. पार्टियों की ओर से कोर्ट में याचिकाएं दायर की गई थीं, ताकि वह इसका राजनीतिक फायदा ले सकें.

इससे पहले रक्षा मंत्री ने कहा कि केंद्र सरकार हर सवाल का जवाब देने को तैयार है, लेकिन कांग्रेस को रक्षा सौदे की गोपनीयता समझनी चाहिए. पहला राफेल विमान 2019 में यानी करार के 3 साल के भीतर आ जाएगा जबकि कांग्रेस यह नहीं कर सकी. उन्होंने संसद में दावा किया कि 2022 तक सभी विमान भारत आ जाएंगे. यूपीए शासनकाल के दौरान 10 साल तक करार की प्रक्रिया तक पूरी नहीं हो पाई जबकि हमने 3 महीने में यह करके दिखाया.

महंगे सौदे के इतर निर्मला ने कांग्रेस पर पलटवार करते हुए कहा कि कांग्रेस बिना हासिल किए राफेल विमान को देश में नहीं लाना चाहती थी. कांग्रेस बताए किस कारणों से डील की यह प्रक्रिया पूरी नहीं हो सकी. कांग्रेस पहले मेरे सवालों के जवाब दे क्योंकि वो मेरा जवाब सुनने को तैयार नहीं है.

कांग्रेस ने क्यों नहीं किया HAL का भला?

राहुल गांधी राफेल सौदे में हिंदुस्तान एयरोनॉटिकल लिमिटेड (एचएएल) को नहीं दिए जाने पर मोदी सरकार पर हमला बोलते रहे हैं, इस आरोप पर रक्षा मंत्री कांग्रेस से सवाल किया कि अगर इन्हें वाकई में एचएएल की चिंता थी तो 10 साल के अपने शासनकाल में उसके लिए क्यों कुछ नहीं किया? रक्षा मंत्री ने कहा कि वायुसेना के करीब एक लाख विमानों को ऑर्डर हमारी सरकार ने एचएएल को दिए हैं. कांग्रेस ने एचएएल की क्षमता बढ़ाने की कोशिश नहीं की बल्कि सिर्फ उसे रियायत देती रही.

कांग्रेस पर लगातार वार करते हुए रक्षा मंत्री ने लोकसभा में बहस का जवाब देते हुए कहा कि हमारी सरकार ने यूपीए के 18 विमानों की संख्या बढ़ाकर 36 की, जबकि कांग्रेस देश को गुमराह कर रही है कि प्रधानमंत्री मोदी ने विमानों की संख्या घटा दी है. जब भी आपात स्थिति में कुछ खरीदा जाता है तो जल्दी में 36 विमान ही खरीदे जाते हैं. 1982 में कांग्रेसराज में 36 विमानों की खरीद की गई थी.

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