राजस्व मंत्री ने कहा पटवारी का कोई दफ्तर नहीं इसलिए उसे ढूंढना मुश्किल

भोपाल
राजस्व मंत्री गोविंद राजपूत ने कहा है कि पटवारी का कोई दफ्तर नहीं होता इसलिए उसे ढूंढना मुश्किल होता है। हमारी सरकार पटवारियों को सप्ताह में दो दिन मुख्यालय में बैठना अनिवार्य करेगी। पटवारी ही नहीं बल्कि कमिश्नर, कलेक्टर, एसडीएम और तहसीलदार तक के लिए भी हम कोर्ट का दिन निश्चित करेंगे। मंत्री के जवाब के बाद उनके विभाग से जुड़ी अनुदान मांगे पारित कर दी गई।

राजस्व मंत्री ने कहा कि लोग परेशान रहते है। लोगों के केस महीनों ही नहीं सालों तक पेंडिंग रहते है हम तैयारी कर रहे है। हमारी विभाग से चर्चा चल रही है। जल्द ही हम ऐ ऐसी व्यवस्था बनाने जा रहे है कि सारे अधिकारी, कमिश्नर, कलेक्टर, एसडीएम और तहसीलदार भी अपने कार्यालय के बाहर लिखेंगे कि हम इस दिन कोर्ट चलाएंगे। एक न्यायालय होगा ताकि जनता की यह परेशानी समाप्त हो।

उन्होंने कहा कि एक पटवारी के हाथ में तीन और चार हलके के काम है। हमारी कोशिश होगी कि एक हल्के पर एक पटवारी हो। कलेक्टरों को हमने कहा है कि पटवारी सप्ताह में दो बार आवश्यक रुप से मुख्यालय में बैठे, उसका नाम, मोबाइल नंबर और बैठने के दिन भी पंचायत के पटल परअंकित किए जाए। हम पटवारियों को लेपटॉप दे रहे है अब हम उन्हें माडर्न पटवारी बनाएंगे। बिना प्रकरण रिकार्ड रुम में दाखिल नहीं होंगे।डायवर्जन अब पोर्टल् पर खुद बटन दबाकर आम आदमी अपने घर बैठे कर सकेगा।

उन्होंने कहा कि हम यह व्यवस्था भी करने जा रहे है कि किसान को मेढ़ पर, रास्ते के पंद्रह मीटर तक, गोठान और खलिहान तथा बाजार में लगे पेड़ बिना अनुमति काट सकेगा। प्राकृतिक आपदा में अब पांच हजार से कम का मुआवजा नहीं दिया जाएगा।
राजस्व मंत्री ने कहा कि हम सभी 52 जिलों में वाल्वो बस चलाएंगे। सागर और छिंदवाड़ा से इसकी शुरुआत कर रहे है।

इससे पहले विधायक लक्ष्मण सिंह ने कहा कि उनके क्षेत्र के गोपालगढ़ गांव में नक्शे में जमीन नहीं है नबंर नहीं है लेकिन कूट रचना कर फर्जी नंबर डाले गए है। उन फर्जी नंबरों से केसीसी कार्ड बने है और लाखों रुपया आईसीआईसीआई बैँक से निकाला गया है। पैतीस साल के राजनीतिक जीवन में मैने पहली बार ऐसा देखा कि नंबर नहीं है फर्जी नंबर बनाए गए है। एक दलाल पेड़ के नीचे बैठकर सत्तर हजार रुपए कमीशन लेकर वहीं के वहीं केसीसी कार्ड बनाकर दे रहा है और जो फर्जी कार्ड बनवा रहा है उसको बैंक के अंदर जाने की जरुरत नहीं है उसका पैसा उसको अपने आप मिल जाएगा यह एक बहुत बड़ा घोटाला हुआ है। उन्होंने राजस्व मंत्री से कहा कि वे सख्त नियम बनाए घोटालों पर शिकंजा कसे और राजस्व आयुक्त की स्थापना में चालीस फीसदी इजाफा हुआ है पटवारी और तहसीलदार स्तर  के कर्मचारी कम है बताए कि इसका क्या कारण है।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *