उच्च शिक्षा विभाग के लेटलतीफी के कारण विद्यार्थियों ने शासन के 10% आरक्षण को नकारा
भोपाल
सवर्णों का दस फीसदी आरक्षण सबसे अंत में उच्च शिक्षा विभाग ने लागू किया है, जिससे विद्यार्थियों ने नकार दिया है। प्रदेशभर से आरक्षण का लाभ लेने यूजी में सिर्फ 1 एक हजार 205 और पीजी में 122 पंजीयन कराया है। इसमें छात्र-छात्राओं को अनुपात बराबर है।
उच्च शिक्षा विभाग ने पहले चरण में सवर्ण आरक्षण को लागू नहीं किया। दूसरे चरण में आरक्षण को लागू किया, जिसके कारण विद्यार्थियों ने शासन के दस फीसदी आरक्षण को नकार दिया है। लेटलतीफी के कारण विभाग यूजी पीजी में डेढ़ हजार विद्यार्थियों को भी नहीं जोड़ सका है। यूजी पीजी में ईडब्ल्यूएस में पंजीकरण में छात्र और छात्राओं की संख्या 50-50 प्रतिशत रही है। जबकि द्वितीय चरण की काउंसलिंग में यूजी में 1 लाख 48 हजार 570 विद्यार्थियों का पंजीयन और70 हजार 300 का सत्यापन हुआ है। पीजी के दूसरे चरण में 12 हजार 925 विद्यार्थियों का पंजीयन और सत्यापन 5 हजार 669 ने विद्यार्थियों ने कराया है। इसमें सात हजार 562 छात्राओं और पांच हजार 362 छात्रों ने पंजीयन कराया। वहीं 94 रजिस्ट्रेशन निरस्त कराए हैं।