योगी सरकार का मंत्रिमंडल विस्तार टला, वजह साफ नहीं
लखनऊ
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का मंत्रिमंडल विस्तार टल गया है. दरअसल, ऐसी खबरें थीं कि सोमवार को सुबह 11 बजे योगी सरकार के मंत्रिमंडल का विस्तार होने वाला है. सूत्रों के मुताबिक फिलहाल मंत्रिमंडल विस्तार के कार्यक्रम को टाल दिया गया है. हालांकि इसकी वजह नहीं बताई गई है.
जल्द हो सकता है विस्तार
इस बात की संभावना है कि आने वाले कुछ दिनों में योगी सरकार मंत्रिमंडल का विस्तार कर सकती है. करीब ढाई सालों के बाद यह दूसरा मौका होगा जब योगी मंत्रिमंडल में दर्जनभर से ज्यादा चेहरे शामिल किए जा सकते हैं. जानकारी के मुताबिक कई मंत्रियों को उनके परफॉर्मेंस के आधार पर प्रोन्नति दी जाएगी जबकि कुछ मंत्रियों को हटाने और कुछ के विभाग बदलने की भी खबर है.
बताया जा रहा है कि कैबिनेट विस्तार को गृहमंत्री अमित शाह से हरी झंडी मिल गई है. इसके साथ ही मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ नए मंत्रियों के नाम एक सीलबंद लिफाफे में राज्यपाल आनंदीबेन पटेल को अपने हाथों से सौंप चुके हैं.
दिख सकता है जातियों का संतुलन
माना जा रहा है इस कैबिनेट विस्तार में क्षेत्रीय असंतुलन को दूर किया जाएगा. इसके साथ ही जातियों के संतुलन को साधा जा सकता है. यानी ज्यादातर वैसे चेहरे होंगे जो उन इलाकों से होंगे जिसे प्रतिनिधित्व नहीं मिला है. पश्चिमी उत्तर प्रदेश और पूर्वी उत्तर प्रदेश से ज्यादातर चेहरे होंगे जिन लोगों का प्रमोशन तय माना जा रहा है. उनमें राज्य मंत्री या स्वतंत्र प्रभार रखने वाले महेंद्र सिंह भूपेंद्र चौधरी अनिल राजभर जैसे मंत्री हैं. खबर है कि इन्हें कैबिनेट मंत्री बनाया जा सकता है.
मोहसिन रज़ा का भी प्रमोशन
इसके अलावा एकमात्र मुस्लिम चेहरे मोहसिन रज़ा का भी प्रमोशन हो सकता है. कैबिनेट मंत्रियों में ज्यादा छेड़छाड़ नहीं होगा लेकिन कई लोगों के विभाग बदले जा सकते हैं. माना जा रहा है कि यह योगी आदित्यनाथ के पसंद की कैबिनेट होगी. यही वजह है कि उन्हें अपना टीम चुनने की छूट दी गई है. यह भी कहा जा रहा है कि मंत्रियों में दो ब्राह्मण चेहरे, दो दलित चेहरे होंगे. गुर्जर और जाट बिरादरी से 1-1 मंत्री होंगे. इसके अलावा यादव, कुर्मी, बिंद और मल्लाह बिरादरी से भी प्रतिनिधित्व होगा. ठाकुर और बनिया समाज से मंत्री बनाए जा सकते हैं.