यह समय धार्मिक स्थलों में इकट्ठा होकर अराजकता फैलाने का नहीं:एआर रहमान

दिल्ली के निजामुद्दीन इलाके में स्थित मरकज में आयोजित तब्लीगी जमात के धार्मिक जलसे की वजह से देश भर में कोरोना वायरस को लेकर खतरा काफी तेजी से बढ़ गया है, जिसमें करीब 2000 लोग हाल तक साथ रह रहे थे। इनमें से कई लोगों की कोरोना से मौत हो चुकी है, पहली जांच में करीब 24 संक्रमित पाए और लगभग 450 लोगों में कोरोना के लक्षण थे। इस घटना ने पूरे देश में हलचल मचा दी है।अब मशहूर म्यूजिक डायरेक्टर ए.आर. रहमान ने देश के डॉक्टरों, नर्सों और कर्मचारियों का मनोबल बढ़ाते हुए एक ट्वीट किया है, जिसमें उन्होंने ऐसे धार्मिक कार्यक्रमों की ओर इशारा करते हुए इसे गलत ठहराया है।

रहमान ने लिखा है, 'यह मेसेज उन सभी डॉक्टरों, नर्सों और उन कर्मचारियों का धन्यवाद कहने के लिए है जो पूरे भारत के हॉस्पिटल और क्लीनिक में दिलेरी से काम कर रहे हैं। यह किसी के दिल को छूने के लिए काफी है कि ये किस तरह इस महामारी से लड़ने के लिए तैयार हैं। हमारी जिंदगी बचाने के लिए ये अपनी जिंदगी को खतरे में डाल रहे हैं।'
उन्होंने लिखा है, 'यह वक्त हमारे आपसी मतभेदों को भूलकर इस अदृश्य दुश्मन के खिलाफ एकजुट होने का समय है, जिसने पूरी दुनिया में तबाही मचा रखी है। यह समय है जब मानवता और आध्यात्मिकता पर हमें अमल करना चाहिए। इस वक्त हमें हमारे पड़ोसियों, वरिष्ठ नागरिकों, गरीबों और प्रवासी श्रमिकों की मदद करनी चाहिए।'

आगे जो बातें उन्होंने कही, वह हाल में हुए तब्लीक जमात के उसी धार्मिक कार्यक्रम की ओर इशारा करता है, जिसकी वजह से देश में कोरोना के मामले अब काफी तेजी से बढ़ते नजर आ रहे हैं। उन्होंने कहा है, 'ईश्वर आपके हृदय में है, इसलिए यह धार्मिक स्थलों में इकट्ठा होकर अराजकता फैलाने का यह समय नहीं है। सरकार की सलाह का मानो। कुछ हफ्तों का सेल्फ आइसोलेशन आपको जिंदगी के कई साल दे सकता है। वायरस को फैलाए नहीं और अपने साथियों को नुकसान पहुंचाने की वजह न बनें। यह बीमारी आपको चेतावनी नहीं देती है तो यह मत समझिए कि आप इससे संक्रमित नहीं हैं। यह झूठी अफवाहें फैलाने और अधिक चिंता और घबराहट पैदा करने का समय नहीं है। आइए दयावान और विचारशील बनें, लाखों लोगों की जिंदगी हमारे हाथों में है।'

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