यस बैंक संकट से घबराए नहीं डिपॉजिटर्स, दुनिया में भारतीय बैंक रिस्क झेलने में अव्वल: सुब्रमण्यम

नई दिल्ली 
यस बैंक संकट मामले में चीफ इकनॉमिक अडवाइजर के सुब्रमण्यम ने कहा कि वैश्विक तौर पर बैंकों का कैपिटल टू रिस्क असेट रेशियो (CRAR) 8 फीसदी के करीब होता है, जबकि भारत में बैंकों के लिए CRAR 14.3 पर्सेंट के करीब है। इस हिसाब से हमारे बैंकों के पास कैपिटल टू रिस्क असेट ग्लोबल पैमानों के हिसाब से 80 पर्सेंट ज्यादा है। उन्होंने कहा कि हमारे बैंकों के लिए सेफ्टी मार्जिन बहुत बड़ा है। उनके पास कैपिटल की कमी नहीं है। बात अगर डिपॉजिटर्स के हित की करें तो इस बजट में रिस्क इंश्योरेंस को एक लाख से बढ़ाकर पांच लाख कर दिया गया है। ऐसे में डिपॉजिटर्स को घबराने की बिल्कुल भी जरूरत नहीं है। इंडियन बैंकिंग सेक्टर बिल्कुल सुरक्षित हैं और डिपॉजिटर्स का एक-एक रुपया भी। 

यस बैंक की बात करें तो 3 मई तक अकाउंट होल्डर्स के लिए निकासी की सीमा 50 हजार रुपये तय की गई है। हालांकि इमर्जेंसी कंडीशन में वे 5 लाख तक निकासी कर सकते हैं। रविवार को ग्राहकों को एक और राहत दी गई। अब यस बैंक के ग्राहक किसी भी एटीएम से पैसा निकाल सकेंगे। यस बैंक ने एक बयान जारी कर कहा है कि ग्राहक अब किसी भी बैंक के एटीएम से पैसे निकाल सकेंगे। बैंक के ग्राहकों के धैर्य का शुक्रिया अदा करते हुए कहा कि अब यस बैंक का एटीएम कार्ड वे अन्य बैंकों के एटीएम में भी इस्तेमाल कर पैसे निकाल सकेंगे। कार्रवाई की बात करें तो शनिवार देर रात को-फाउंडर राणा कपूर को प्रवर्तन निदेशालय ने गिरफ्तार कर लिया। रविवार को उन्हें कोर्ट में पेश किया गया जहां से उन्हें 11 मार्च तक ईडी की हिरासत में भेज दिया गया है। इस बीच ईडी ने उनकी पत्नी और बेटियों से भी पूछताछ की है। उनके कई अन्य ठिकानों पर भी छापेमारी की कार्रवाई को अंजाम दिया गया है। 

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