मोदी सुनामी में भी कायम रहा नाथ का दबदबा, कांग्रेस को मिली पहली जीत

छिंदवाड़ा
देश भर में 2014 की तरह इस बार भी मोदी सुनामी ने कई दिग्गजों को ढेर कर दिया। प्रदेश की हाई प्रोफाइल सीट छिंदवाड़ा पर इस बार भी मोदी लहर का प्रभाव कम दिखाई दिया। यहां से लोकसभा प्रत्याशी नकुलनाथ को जीत मिली है। वहीं, मुख्यमंत्री कमलनाथ ने भी विधानसभा उप चुनाव में यहां से जीत हासिल की है। हालांकि, दोनों ही उम्मीदवारों की जीत का अंतर बहुत कम रहा है। प्रदेश में कांग्रेस का खाता छिंदवाड़ा सीटे से खुल गया है। अभी तक किसी और सीट पर कांग्रेस को जीत नहीं मिली है।

भाजपा प्रत्याशी नत्थन शाह को कांग्रेस के नकुलनाथ ने 38500  हराया है। हालांकि, अभी तक इस जीत की आधिकारिक घोषणा होना बाकी है। वहीं, उप चुनाव में मुख्यमंत्री कमलनाथ ने भी जीत दर्ज की है।  प्रदेश काफी अरसे से भाजपा के गढ़ के तौर पर पहचाना जाता है लेकिन मप्र की ये सीट कांग्रेस का गढ़ रही है क्योंकि पिछले 35 सालों से कमलनाथ ही यहां से जीतते रहे हैं। इस बार उनके बेटे नकुलनाथ इस लोकसभा सीट से कांग्रेस के प्रत्याशी हैं। कांग्रेस प्रत्याशी नकुलनाथ ने इस सीट पर पिता की परंपरा को बरकरार रखा है। उन्होंने  भाजपा प्रत्याशी नत्थन शाह के को हराया है।

राजनीतिक करियर की शुरूआत में ही नकुलनाथ लोकप्रिय हैं। मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री कमलनाथ के बेटे नकुल अब पूरी तरह सक्रिय राजनीति में हैं। लोकसभा चुनाव 2019 में नकुल अपने पिता की पारंपरिक सीट छिंदवाड़ा से मैदान में हैं। छिंदवाड़ा लोकसभा सीट देश और मध्य प्रदेश की सबसे चर्चित सीट मानी जाती है। यहां पर पिछले पैंतीस सालों से पूर्व केंद्रीय मंत्री और वर्तमान मुख्यमंत्री कमलनाथ जीत दर्ज करते आए हैं। नकुलनाथ पिछले कई महीनों से छिंदवाड़ा और मध्य प्रदेश की राजनीति में चर्चा का विषय बने। जब कमलनाथ मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री बने तभी यह तय था कि छिंदवाड़ा सीट से अगले प्रत्याशी नकुल ही होंगे। इसके बाद कांग्रेस ने बाकायदा नकुल के नाम की घोषणा की और उन्हें प्रत्याशी बनाया।

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