मोटापा कम कर फिट बनाता है नौकासन, जानें करने का तरीका

आज की लाइफस्टाइल में अगर कोई बीमारी सबसे तेजी से बढ़ रही है तो वो है मोटापा। खान पान और गलत दिनचर्या से आज हर दूसरा आदमी इससे पीड़ित है। योग में इसके लिए कई आसन हैं, जिसमें नौकासन सबसे उपयुक्त माना जाता है। इस आसन से न सिर्फ मोटापा दूर होता है बल्कि पाचन क्रिया भी दुरुस्त हो जाती है। यह आसन शरीर की सेंट्रल नर्व पर काम करता है और सूर्य चक्र को जागृत करता है।

जैसा कि नाम से स्पष्ट है कि नौका यानी नांव के आकार पर यह आसन आधारित है। इसमें शरीर महज कूल्हे पर टिका होता है और हाथ-पैर हवा में ही होते हैं। इस आसन में बैलेंसिंग सबसे अहम होती है। योगाचार्य डॉ. अवधेश शर्मा और योग प्रशिक्षक शालू बिजानी आज इसी आसन के बारे में बता रही हैं।

नौकासन करने का तरीका
पहले दंडासन की अवस्था में बैठ जाएं। फिर पैरों को फैला लें। कमर से ऊपर का हिस्सा एक दम सीधा और हाथों को कमर के पीछे जमीन पर टिका दें।
पीठ को पीछे की ओर झुकाएं। हाथों की कोहनियों को मोड़ लें और पैरों को भी घुटने से मोड़ लें। सिर्फ कूल्हे और हाथ-पैर के पंजे जमीन से छूएं।
अब पैर को हवा में ऊपर की ओर उठाएं और घुटने एक दम सीधे हों। वहीं शरीर पीछे की ओर झुका रहे। हाथों को घुटनों की सीध में फैला लें। अगर इसमें दिक्कत हो तो पीठ को पीछे जमीन पर टिका दें। अंग्रेजी के अल्फाबेट वी के आकार में शरीर को ले आएं।

आयंगर पद्धति से
-इसमें कंधे के नीचे एक बेल्ट बांधें और उस बेल्ट को पैर के पंजे में फंसा लें। बेल्ट इतनी बड़ी हो कि पैर एक दम सीधे रहें। अब हाथों को जांघों पर रख लें।
-पैरों के नीचे एक स्टूल रख लें और घुटने के नीचे के हिस्से को स्टूल के किनारे का सहारा दे दें लेकिन पैर ऊपर की ओर ही फैले रहें। अब दोनों हाथ से स्टूल पकड़ लें।
-कूल्हे के नीचे एक मोटा तकिया रख लें। अब पैरों को सीधे हवा में उठा लें और हाथों को पीठ के पीछे जमीन पर टिका दें। इससे फोर्स तकिए पर रहेगा।

ये होंगे फायदे
इस आसन से पाचन अच्छा होता है। इससे पेट भी बाहर नहीं निकलता। ये आसन बैलेंसिंग पर आधारित है इसलिए इससे एकाग्रता बढ़ती है।

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