मेट्रो ट्रेन: प्रशासन के सर्वे शुरू, निजी जमीनों की जानकारी जुटा रहे SDM-तहसीलदार
भोपाल
राजधानी में बहुप्रतीक्षित प्रस्तावित मेट्रो ट्रेन चलाने के लिए प्रशासन के सर्वे शुरू हो गए हैं। जिला प्रशासन ने अपने अफसरों द्वारा पहले सर्वे के तौर पर एम्स से सुभाष नगर तक कितनी निजी जमीन और इस रुूट में आने वाली बाधाओं की जानकारी जुटानी शुरू कर दी है। कलेक्टर सुदाम खाडे ने प्रस्तावित मेट्रो सर्वे के लिए दो अफसरों को तैनात किया है। इसमें शहर एसडीएम वंदना शर्मा और कोलार तहसीलदार मनोज श्रीवास्तव सर्वे का काम कर रहे हैं। अफसरों की इस बात पर खास नजर है कि इस प्रस्तावित रूट पर कौन-कौन सी प्राइवेट प्रॉपटी आ रही है, ताकि रूट का काम शुरू करने से पहले इन जमीनों का अधिग्रहण संबंधी कार्य पूरा किया जा सके।
जिला प्रशासन के अफसरों ने शुरुआती सर्वे के तौर पर प्रस्तावित मेट्रो के रूट के लिए अभी एम्स से अल्कापुरी, हबीबगंज नाका, बोर्ड आॅफिस चौराहा, डीबी सिटी, केंद्रीय विद्यालय स्कूल, सुभाष नगर तक का सर्वे किया जा रहा है। इसके बाद का सर्वे अगले कुछ दिनों के बाद शुरू होगा। अभी तक किए गए रूट के सर्वे में किसी भी व्यक्ति की निजी जमीन सामने नहीं आई है, लेकिन कलेक्टर ने तहसीलदार को जमीन का सीमांकन करने और राजस्व के साथ-साथ मेट्रो रूट के नक्शे का मिलान करने के निर्देश दिए हैं। इसके बाद आगे का सर्वे शुरू कराने के निर्देश दिए हैं।
करोंद चौराहे से डीआईजी बंगला, भोपाल टॉकीज, रेलवे स्टेशन, भारत टॉकीज, बोगदा पुल, सुभाष नगर, एमपी नगर, बोर्ड आॅफिस चौराहा, हबीबगंज नाका, अल्कापुरी बस स्टैंड, साकेत नगर और फिर एम्स है। इसी को देखते हुए प्रशासन ने फैसला लिया है कि इस रूट के आसपास आने वाली लोकेशन में प्रस्तावित कलेक्टर गाइडलाइन में जमीनों के दामों में इजाफा भी नहीं किया जाएगा।