मुख्यमंत्रियों से बोले PM, कोरोना टेस्ट पर जोर दें
नई दिल्ली
कोरोना वायरस के बढ़ते मामलों को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बुधवार को 15 राज्यों के मुख्यमंत्रियों के साथ बैठक की। वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए हुई इस बैठक में पीएम मोदी मोदी ने कहा कि कोरोना मरीजों की बढ़ती संख्या को देखते हुए स्वास्थ्य के बुनियादी ढांचे का विस्तार हमारी सर्वोच्च प्राथमिकता होनी चाहिए। यह तब होगा जब प्रत्येक कोरोना मरीज को उचित उपचार मिलेगा। इसके लिए हमें टेस्ट पर जोर देना होगा ताकि हम संक्रमित व्यक्ति की समय पर जांच करके उसका पता लगा सकें और उसे आइसोलेट कर सकें।
कोरोना से मुक्त होने वालों की संख्या एक्टिव केस से ज्यादा: PM
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि देश में कोरोना संक्रमण से मुक्त होने वालों की संख्या एक्टिव केसों से ज्यादा है। तीन महीने पहले हमारे यहां पीपीई किट और डायगोनोस्टिक किट की कमी थी। हमारे पास काफी सीमित स्टॉक था, क्योंकि हम पूरी तरह आयात पर निर्भर थे, लेकिन आज 1 करोड़ पीपीई किट और N95 मास्क राज्यों को दिए गए हैं। वर्तमान में देश भर में बहुत कम रोगियों को वेंटिलेटर और आईसीयू की आवश्यकता है। समय पर किए गए उपायों के कारण हम कोरोना से लड़ने और इसके प्रसार को नियंत्रित करने में सक्षम रहे हैं।
देश का हर नागरिक इस वायरस को लेकर सचेत हुए: पीएम मोदी
पीएम मोदी ने कहा कि समय पर उठाए गए सही कदमों के कारण हम सभी इस बड़े खतरे का मुकाबला कर पाए हैं। आज पूरे देश में कोरोना की 900 से ज्यादा टेस्टिंग लैब हैं, लाखों कोविड स्पेशल बेड हैं, हजारों क्वारन्टीन और आइसोलेशन सेंटर्स हैं। सबसे बड़ी बात, आज देश का हर नागरिक इस वायरस के प्रति पहले से ज्यादा सचेत हुआ है, जागरूक हुआ है। ये सबकुछ राज्य सरकारों के सहयोग से, स्थानीय प्रशासन के दिन-रात काम करने की वजह से ही संभव हो पाया है।
पीएम मोदी ने कहा कि बीते दो-तीन महीने में काफी संख्या में क्वारंटीन और आइसोलेशन सेंटर्स का निर्माण हुआ है। इसकी गति हमें और बढ़ानी होगी ताकि कहीं पर भी मरीजों को बेड की दिक्कत न आए। कोरोना के इस टाइम में टेलीमेडिसिन का महत्व भी बहुत बढ़ गया है। चाहे वो होम क्वारंटीन या आइसोलेशन में रह रहे साथी हों, या फिर दूसरी बीमारियों से पीड़ित हों, सभी को टेलीमेडिसिन का भी लाभ मिले, इसके लिए हमें अपने प्रयास बढ़ाने होंगे।