मिलावट रोकने के लिए छापे पड़ते हैं लेकिन बाद में दोषियों को छोड़ दिया जाता है: ज्योतिरादित्य सिंधिया

ग्वालियर
कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव एवं पूर्व केन्द्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने एक बार फिर सरकार को निशाने पर लिया है| उन्होंने मंच से सरकार के शुद्ध के लिए  युद्ध के नारे को लेकर स्वास्थ्य मंत्री तुलसी सिलावट से कहा- मंत्री जी आपने जो नारे दिए हैं वो नारे नहीं रहने चाहिए। शुद्ध के लिए युद्ध का मतलब है कि फिर युद्ध ही होना चाहिए। वहीं उन्होंने मिलावट के खिलाफ छापेमारी कार्रवाई के बाद लोगों को छोड़ने की शिकायत करते हुए नाराजगी भी जताई|  उन्होंने कहा कि मिलावटखोरों को सीधे जेल में डालो। सिंधिया ने छापामार कार्रवाई पर सवाल उठाते हुए प्रशासन से कहा कि यदि छापे में कोई पकड़ा जाए तो उसे तब तक नहीं छोड़ा जाए जब तक मंत्रीजी स्वीकृति नहीं दे दे।

ग्वालियर में खाद्य एवं औषधि परीक्षण प्रयोगशाला का शिलान्यास करने पहुंचे ज्योतिरादित्य सिंधिया मिलावटखोरों पर जमकर बरसे । उन्होंने कहा कि इससे निंदाजनक बात कोई और नहीं हो सकती कि कोई इंसान जान बूझकर किसी दूसरे इंसान को जहर दे रहा है। उन्होंने कार्यक्रम में मौजूद स्वास्थ्य मंत्री तुलसी सिलावट की तारीफ करते हुए उनके द्वारा मिलावट के खिलाफ शुरू किये गए अभियान को युद्द बताया | उन्होंने स्वास्थ्य मंत्री से कहा कि वे इस तरह के प्रकरणों की भोपाल में बैठकर मोनिटरिंग करें|

सिंधिया यहीं नहीं रुके उन्होंने कलेक्टर अनुराग चौधरी , एसपी नवनीत भसीन, खाद्य मंत्री प्रद्युम्न सिंह तोमर,विधायक प्रवीण पाठक और विधायक मुन्नालाल गोयल से साफ़ शब्दों में कहा कि मिलावटखोर कोई भी हो बक्शा नहीं जाना चाहिए। सीधा जेल भेजो । उन्होंने कहा कि मैंने कई कहानियां सुनी है , पहले पकड़ते है फिर छोड़ देते है इसलिए अब बिना स्वास्थ्य मंत्री की स्वीकृति के छापे में पकड़ा गया मिलावटखोर छोड़ा नहीं जाएगा। फिर उन्होंने तुलसी सिलावट से कहा कि आप स्वीकृति देना ही नहीं यानि मिलावट करने वाला सलाखों के पीछे ही रहे।गौरतलब है कि ग्वालियर में ग्राम मेहरा में न्यू आरटीओ के पास लगभग 5 करोड़ रुपये की लागत से इस परीक्षण प्रयोगशाला का निर्माण किया जा रहा है।

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