मानसून: पहली बारिश से खुली सफाई व्यवस्था की पोल, सड़कों पर जगह जगह पर नालियों की गंदगी
भोपाल
मानसून की पहली बारिश ने ही शहर में सफाई व्यवस्था की पोल खोल कर रख दी है। आलम यह है कि रात भर के पानी के बाद आज सुबह राजधानी की सड़कों पर जगह जगह पर पानी भर गया और नालियों की गंदगी सड़कों पर आ गयी। रविवार के अवकाश के कारण गंदगी साफ नहीं होने के कारण लोग परेशान होते रहे। खास बात यह रही कि शहर में रात में जगह जगह पानी भरता रहा और नगर निगम का डिजास्टर कंट्रोल रूम रात भर केवल तीन आपरेटरों के हवाले ही रहा। सुबह से वहां पर अधिकारियों की टीम पहुंची। कंट्रोल रूम के प्रभारी अधिकारी विनोद शुक्ल ने वहां की स्थिति का जायजा लिया और रात भर में आयी शिकायतों की कार्यवाही की जानकारी ली।
भोपाल टाकीज का नाला, करोंद की अमन कालोनी, शिव नगर, गीता नगर, सिंधी कालोनी चौराहा, शंकराचार्य नगर की जैन धर्मशाला आदि में निगम के कंट्रोल रूम में पानी भरने की शिकायतें मिली हैं। यह पानी नालियों में कचरा भर जाने के कारण एकत्रित हो गया था। छोला दशहरा मैदान में पानी भर गया है और कीचड़ मची है। शाहजहांनाबाद की पुलिस लाइन और शौर्य स्मारक के पीछे ठंडी सड़क व लिंक रोड पर पेड़ गिरने की खबर है। करोंद मंडी के सामने सड़क के किनारे फुटपाथ बनाया जा रहा था जो रात भर की बारिश के बाद ढह गया है।
मानसून की बारिश के बाद आज सुबह छह बजे से ही निगम की टीम आज सुबह से ही शहर के अलग अलग एरिया में राउंड पर निकली है। एडीशनल डिप्टी कमिश्नर राजेश राठौड़ ने नए भोपाल के कई क्षेत्रों का दौरा कर पुराने शहर में भी राउंड लगाया। उपायुक्त लालाराम कोली ने पुराने शहर की स्थिति का जायजा लिया तो हरीश गुप्ता ने करोंद की सफाई व्यवस्था की जानकारी ली। उन्होंने कहाकि बारिश में अक्सर शाट सर्किट की शिकायत से आग लगने की भी संभावना रहती है। इसके लिए फायर बिग्रेड की टीम अलर्ट पर रखा गया है। घनी बस्तियों में पानी की निकासी के अलावा वहां की वायरिंग की भी जांच की जा रही है।