महिला बाल विकास विभाग अधिकारी पर कर्मचारियों ने लगाया प्रताड़ित करने का आरोप, जांच के आदेश
धार
अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस पर महिला बाल विकास विभाग (Female Child Development Department) के अधिकारी द्वारा महिला कर्मचारी (Female workers Tortured) के प्रताड़ित करने की खबर सामने आई है. एक ओर जहां आज पूरी दुनिया अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस मना रही है और महिलाओं को सम्मान दिया जा रहा है, वहीं दूसरी ओर धार के विश्व प्रसिद्ध पर्यटक स्थल मांडू मे महिला कर्मचारियो को अपने ही विभाग के अधिकारी द्वारा प्रताड़ित करने और रुपये माँगने का मामला सामने आया है. इतना ही नहीं जिस विभाग को सरकार ने महिलाओं के उत्थान और संरक्षण की जिम्मेदारी सौपी है, यह मामला उसी महिला बाल विकास विभाग से जुड़ा है.
दरअसल यह मामला धार के मांडू का है. यहां महिला बाल विकास विभाग की पर्यवेक्षक और मांडू की कई आँगनबाड़ी कार्यकर्ताओं ने अपने ही विभाग के परियोजना अधिकारी संजय तिवारी पर प्रताड़ित करने और रुपये माँगने के गंभीर आरोप लगाए हैं. इन महिला कर्मचारियों ने परियोजना अधिकारी संजय तिवारी पर भ्रष्टाचार करने और उन्हें अपमानित करने के भी आरोप लगाए हैं और न्याय की गुहार लगाई है.
शैलबाला और आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओ ने मांडू थाने में एक आवेदन देकर संजय तिवारी की शिकायत भी की है. इसके साथ ही महिला बाल विकास विभाग के जिला अधिकारी डी. एस. मीणा से भी इन प्रताड़ित महिला कर्मचारियों ने शिकायत की है. वहीं पूरा मामला सामने आने के बाद महिला बाल विकास विभाग के परियोजना अधिकारी संजय तिवारी कैमरे पर आने से बच रहे हैं. हालांकि वह इतना जरूर कह रहे हैं कि उन पर लगाये गये आरोप गलत हैं. इसके साथ ही महिला बाल विकास विभाग के जिला अधिकारी डी. एस. मीणा भी बाहर होने की बात कहकर मामले से पल्ला झाड रहे हैं.
इस पूरे मामले मे कलेक्टर श्रीकांत बनोठ का कहना है कि यह मामला बहुत गंभीर है. इस मामले की गंभीरता से जांच की जाएगी और दोषियो पर सख्त कार्रवाई की जाएगी. वहीं महिला दिवस पर महिला बाल विकास विभाग के अधिकारी द्वारा ही अपने विभाग के महिला कर्मचारियों को प्रताड़ित करने का मामला सामने आने पर कलेक्टर का कहना है कि केवल एक दिन ही नहीं, बल्कि पूरे वर्ष भर महिलाओ को सम्मान मिलना चाहिए.