महानदी बचाने के लिए पूर्व कृषि मंत्री चंद्रशेखर साहू ने नदी का जल लेकर की बैलगाड़ी यात्रा
गरियाबंद
छत्तीसगढ़ के गरियाबंद जिले में बीजेपी नेता और पूर्व कृषि मंत्री चंद्रशेखर साहू ने महानदी को बचाने के लिए एक अभियान की शुरुआत की है. महानदी और उसके जल सदुपयोग के लिए उन्होंने शुक्रवार को राजिम त्रिवेणी संगम के नेहरू घाट से लोमश ऋषि आश्रम तक महानदी का जल लेकर अपने सैकड़ों समर्थकों के साथ बैलगाड़ी यात्रा की. बता दें कि राजिम में पैरी, सोंढूर और महानदी नदियों का संगम है.
प्रकृति और नदियों की संस्कृति को छत्तीसगढ़ के जनजीवन का हिस्सा बताते हुए चंद्रशेखर साहू ने कहा कि महानदी की स्थिति किसी से छिपी नहीं है. उन्होंने कहा कि पिछले कुछ सालों से महानदी का स्वरूप लगातार बिगड़ता जा रहा है. यह छत्तीसगढ़ वासियों के लिए चिंता का विषय है. इसके लिए उन्होंने आम जनमानस को सामने आकर महानदी को बचाने में अपना सहयोग देने की बात कही. साथ ही चंद्रशेखर साहू ने आने वाले दिनों में केंद्र सरकार से महानदी को नवामी गंगा परियोजना से जोड़ने की मांग करने करने की भी बात कही है.
पूर्व कृषि मंत्री चंद्रशेखर साहू ने कहा कि नदी संस्कृति से जुड़ी है, लेकिन महानदी की अविरलता और निर्मलता पिछले कुछ वर्षों से बिगड़ी हुई है. उन्होंने कहा कि प्रकृति और नदी दोनों संस्कृति ऐसी है, जो छत्तीसगढ़ के जनजीवन से जुड़ा हुआ है. पर्व परिक्रमा के माध्यम से नदी संरक्षण और जल संवर्धन के लिए जन जागरूकता अभियान चलाई जा रही है. जल संस्कृति की रक्षा के उद्देश्य से पानी के माध्यम से एक नया संवाद शुरू किया जा रहा है.
वहीं आने वाले समय में भारत सरकार को आग्रह करेंगे कि महानदी को स्वच्छ रखने के लिए नमानी गंगे परियोजना को राजिम त्रिवेणी संगम से जोड़ा जाए. इसके बाद निश्चित रूप से नदी संरक्षण के लिए एक बड़ी परियोजना इस अंचल को मिल सकती है.