मध्यप्रदेश में पश्चिमी हवाओं से हल्की गर्मी का असर रहा
भोपाल
सम्पूर्ण मध्यप्रदेश में मौसम के शुष्क रहने के साथ ही हवाओं की दिशा पश्चिम होने के प्रभाव से राज्य भर में गर्मी का असर रहा। मौसम वैज्ञानिकों ने बताया है कि अभी कोई भी महत्वपूर्ण सिस्टम नही बना है। बल्कि राज्य भर में मौसम के शुष्क रहने के बीच हवाओं की दिशा पश्चिमी होने से तापमान में मामूली वृद्धि के कारण गर्मी का असर रहा। यह स्थिति एक दो दिन तक बने रहने के आसार है। मौसम के रुख में विशेष परिवर्तन के आसार नही है। वैज्ञानिकों की माने तो अगले 48 घंटों के बाद प्रदेश के कई हिस्सों में अधिकतम तापमान 2 से 3 डिग्री सेल्सियस तक धीरे-धीरे बढ़ने की संभावना है। दूसरी ओर पूर्वी मध्यप्रदेश से छत्तीसगढ़ और तेलंगाना होते हुए रायलसीमा तक एक ट्रफ लाइन बनने का अनुमान है और इससे मौसम के प्रभावित होने का अनुमान है।
राज्य के उत्तर पूर्वी हिस्से में आने वाले रीवा संभाग के जिलों में कल अधिकतम तापमान काफी बढ़े। वहीं चंबल संभाग में आने वाले जिलों में काफी गिरावट दर्ज किया गया। शेष संभाग के जिलों में विशेष परिवर्तन नही हुआ। ग्वालियर संभाग के जिलों में सामान्य से कम, चंबल संभाग के जिलों में सामान्य से काफी कम तथा शेष संभाग के जिलों में सामान्य दर्ज किया गया। इसी तरह न्यूनतम तापमानों में सभी संभागों के जिलों में विशेष परिवर्तन नही हुआ। जबलपुर और होशंगाबाद संभागों के जिलों में सामान्य से कम तथा शेष संभागों के जिलों में सामान्य रहे। प्रदेश का सर्वाधिक अधिकतम तापमान 35 डिग्री सेल्सियस खंडवा व खरगौन में तथा सबसे कम न्यूनतम तापमान 10 डिग्री सेल्सियस मंडला में दर्ज किया गया।