मंत्री अचानक पंहुचे जेपी हास्पिटल, डाक्टर सहित चार मेडिकल स्टॉफ के विरुद्ध कार्यवाही

भोपाल
लोक स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री राजधानी के जेपी अस्पताल का दूसरी बार निरीक्षण करने पंहुचे। इस बार के निरीक्षण में मंत्री को अस्पताल में कई कमियां देखने को मिलीं,दवा काउंटर पर प्रवीण जैन नाम के मरीज को पर्चे में लिखीं गर्इं चार में से सिर्फ एक दवा दी गई। इस बात पर मंत्री सिलावट ने कडी नाराजगी जाहिर करते हुए कहा कि अस्पताल में कौन-कौन सी दवायें नहीं हैं और अगर दवायें नहीं थीं तो स्टोर इंचार्ज,अस्पताल के अधिकारियों ने किसे सूचित किया। मंत्री ने अस्पताल की दवाओं की लिस्ट मंगाई जिनमें 74 दवायें स्टॉक में नहीं थीं। अस्पताल के प्रभारी सिविल सर्जन डा.अनिल शुक्ला और सीएमएचओ डा.एन यू खान को एक घंटे में अस्पताल में दवाओं की पूर्ति करने के और स्टोर इंचार्ज महेन्द्र तांडेकर को हटाने के निर्देश दिये। 

मंत्री श्री सिलावट ने हॉस्पिटल परिसर में मौजूद ईलाज कराने आये लोगों से सीधी बातचीत की। भीम नगर से हॉस्पिटल पहुँची श्रीमती रेखा सोनी ने बताया कि उन्हें कई बार डाक्टर के कक्ष में जाने पर डाक्टर नहीं मिली। इस पर मंत्री श्री सिलावट ने सिविल सर्जन को संबंधित डाक्टर श्रीमती कामनी श्रीवास्तव को शोकाज नोटिस जारी करने के निर्देश दिये। वार्ड में भर्ती मरीजों से लोक स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री ने उनको मिलने वाली स्वास्थ्य सेवाओं की जानकारी प्राप्त की। महिला वार्ड में पुरानी गंदी बेडशीट मिलने पर नाराजगी जाहिर करते हुए श्री सिलावट ने इंचार्ज सिस्टर बी. बाला को वार्ड से हटाने और कारण बताओ सूचना पत्र जारी करने के निर्देश दिये। उन्होंने कहा कि वार्ड में रोजाना बेडशीट बदली जाये और मरीजों को दिये जाने वाले कम्बल ड्रायक्लीन करके ही दिये जायें।

मंत्री श्री सिलावट ने हॉस्पिटल में सोनोग्राफी और एक्सरे कक्ष के बाहर मरीजों से बात की जिसमें मरीजों ने कहा कि सोनोग्राफी और एक्सरे के लिए दिन भर इंतजार करने के बाद दो बजे के बाद सुविधा बंद कर दी जाती है जिस पर मंत्री ने कहा कि सोनोग्राफी और एक्सरे की जाये भले ही शाम हो जाये लेकिन कोई मरीज वापस न लौटे। मंत्री ने मरीजों के पंजीयन काउन्टर का भी निरीक्षण किया। इस दौरान कई मरीजों ने उन्हें बताया कि दो घंटे तक लाइन में लगना पड़ता है। इस पर श्री सिलावट ने कहा कि पंजीयन काउंटर की संख्या बढ़ाई जाये। मरीजों को ज्यादा समय लाइन में खड़े नहीं रहना पड़े, यह सुनिश्चित किया जाये। मंत्री श्री सिलावट ने हॉस्पिटल में पेयजल व्यवस्था का भी जायजा लिया। उन्होंने कहा कि हॉस्पिटल के सभी वाटर टेंक की नियमित सफाई कराई जाये और वाटर कूलर चालू रहें। उन्होंने हॉस्पिटल में स्ट्रेचर और व्हील-चेयर भी देखे। उन्होंने कहा कि स्ट्रेचर पर मरीज को हॉस्पिटल का कर्मचारी ले जाये। जिन कर्मचारियों की ड्यूटी है, उन्हें निर्देशित करें कि अपनी ड्यूटी से गैरमौजूद रहने और मरीज के परिजन स्ट्रेचर खीचते दिखें, तो उन कर्मचारियों पर कार्यवाही होगी। 

मंत्री श्री सिलावट ने निरीक्षण के बाद सीएमएचओ डॉ. एन.यू. खान, प्रभारी सिविल सर्जन डॉ. अनिल शुक्ला और डॉक्टर के साथ बैठक की। मंत्री श्री सिलावट ने कहा कि जे.पी. हॉस्पिटल को मॉडल जिला हॉस्पिटल बनाना चाहते हैं। व्यवस्थाओं को बेहतर बनाना है। सभी डॉक्टर्स और स्टाफ समय पर मौजूद रहें, मरीजों को बेहतर स्वास्थ्य सेवाएँ दे। इसमें लापरवाही बर्दाश्त नहीं होगी। मंत्री श्री सिलावट ने सभी चिकित्सालयों को भी निर्देश दिये हैं कि चिकित्सक और स्टाफ ड्रेस में रहें। उन्होंने कहा कि हॉस्पिटल में व्यवस्थाओं में सुधार नजर आना चाहिये। निरीक्षण के दौरान पार्षद श्री अमित शर्मा भी मंत्री श्री सिलावट के साथ थे।

पंद्रह दिन में स्वास्थ्य मंत्री के दो औचक निरीक्षणों के बाद मुख्यमंत्री कमलनाथ प्रदेश की स्वास्थ्य सेवाओं को सुधारने के लिए प्रदेश के अस्पतालों का निरीक्षण करने जायेंगे। सूत्रों के मुताबिक सीएम विदेश यात्रा से वापस लौटते ही जनवरी के आखिरी सप्ताह में किसी भी दिन जेपी हास्पिटल का निरीक्षण कर सकते हैं। अब ये देखना होगा कि सीएम के निरीक्षण से पहले जेपी की व्यवस्थाओं में सुधार हो पाता है या नहीं?

जेपी अस्पताल के निरीक्षण में मंत्री पानी की टंकियों की नियमित सफाई की नसीहत देकर सिविल सर्जन के कक्ष में अधिकारियों के साथ बैठक कर रहे थे उसी कक्ष के ठीक सामने पानी की टंकी से ओवरफ्लो होकर बह रहा था। घंटे भर पानी बहता रहा और अस्पताल का गार्ड उसी प्वाइंट पर पानी पीकर वापस आ गया लेकिन उसने भी बहते पानी को बंद करने की जहमत नहीं उठाई। 

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *