भोपाल रेल मंडल : बायो टायलेट में स्मेल बाहर करने के लिए लगेंगे एयर प्रेशर

भोपाल
भोपाल रेल मंडल के रेल यात्रियों के लिए अच्छी खबर है। उन्हें ट्रेन के बायोटॉयलेट की स्मेल से मुक्ति मिलने वाली है। इसके लिए रेलवे बायोटायलेट में एयर प्रेशन(वेंचुरी) उपकरण लगाने जा रहा है। यह टायलेट के अंदर लगाया जाएगा। जो पानी के साथ हवा के जरिए स्मेल को बाहर कर देगा। इससे टायलेट दुर्गंध से मुक्त हो जाएंगे। फिर भी समस्या ये है कि पमरे जोन की 75 प्रतिशत ट्रेनों में बायो टायलेट ही नहीं हैं। 
ज्ञात हो कि गत दिनों रेलवे ने ट्रेनों में स्वच्छता को लेकर एक सर्वे किया था। इसमें सबसे ज्यादा समस्या टायलेट में स्मेल की थी। यात्रियों ने भी फीडबैक में इसकी शिकायत की थी।

पमरे में अब उन ट्रेनों को चिन्हित किया जा रहा है जिनमें बायो टायलेट लगे हैं। एसी ट्रेनों के टायलेट में एयर प्रेशर पाइप लगाए जाएंगे। इससे टायलेट की स्मेल एयर प्रेशर से बाहर चली जाएगी। ये एयर प्रेशर बीच बीच में रुकेगा और एक घंटे में करीब 20 बार चलेगा। पता चला है कि इसमें ज्यादा खर्च भी नहीं आएगा। पमरे से गुजरने से वाली करीब 150 टेनों में से आधे में ही बायो टायलेट लगे हैं। इस तरह फिलहाल सभी में तो एयर प्रेशर नहीं लग सके गा। वैसे निशातपुरा कोच फेक्टरी में मरम्मत के लिए आने वाले कोचों में अब अनिवार्य रूप से बायोटायलेट लगाए जा रहे हैं। बायो टायलेट में नीचे एक टैंक होता है। इसमें अपशिष्ट गिरता है। इस टेंक में बैक्टीरिया होते हैं जो अपशिष्ट को नष्ट करते हैं। इसका पानी क्लोरीन बाक्स से होते हुए पटरी पर भी गिरता है तो गंदगी नहीं फैलती। ये दिखने में आम टायलेट की तरह ही होता है बस इसमें गंदगी पटरी पर नहीं गिरती। 

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