बड़वानी में मानवाधिकार आयोग की सुनवाई निरस्त
बड़वानी
मध्यप्रदेश के बड़वानी जिले में 11 जनवरी को होने वाली मानव अधिकार आयोग की फुल बैंच की सुनवाई अपरिहार्य कारणों से निरस्त कर दी गई है। आयोग की ओर से दी गई जानकारी के मुताबिक मानवाधिकार हनन से जुड़े लंबित प्रकरणों की होने वाली इस सुनवाई की नई तिथि बाद में घोषित की जायेगी। आयोग के अध्यक्ष न्यायमूर्ति नरेन्द्र कुमार जैन ने कथित तौर पर पुलिस प्रताड़ना से तंग आकर एक ही परिवार के तीन सदस्यों द्वारा सामूहिक आत्महत्या कर लेने के एक मामले में संज्ञान लिया है। प्रकरण के अनुसार भोपाल शहर के अशोका गार्डन भोपाल निवासी राकेश बैरागी द्वारा होशंगाबाद में आयोजित जनसुनवाई कार्यक्रम के दौरान होशंगाबाद पुलिस पर अपने परिवार को आत्महत्या के लिए प्रेरित करने का आरोप लगाया था। उसने कलेक्टर को बताया कि उनके पिता ब्रजमोहन बैरागी, गुलाब बैरागी व बहन भारती ने तत्कालीन टीआई और दो सिपाहियों की प्रताड़ना से तंग आकर सामूहिक रूप से आत्महत्या कर ली थी, लेकिन पुलिसकर्मियों पर कोई कार्यवाही नहीं हुई। इस पर आयोग ने पुलिस महानिदेशक मध्यप्रदेश, पुलिस महानिरीक्षक होशंगाबाद एवं कलेक्टर होशंगाबाद से चार सप्ताह में प्रतिवेदन मांगा है।