बैन खत्म होते ही प्रचार करने निकली साध्वी प्रज्ञा ने सुनाई कविता
भोपाल
विवादित बयानों के चलते चुनाव आयोग द्वारा लगाए गए 72 घंटे के बैन के बाद प्रचार करने निकलीं भोपाल से बीजेपी प्रत्याशी साध्वी प्रज्ञा ठाकुर ने माता मंदिर में दर्शन के बाद प्रचार शुरू किया. इस दौरान प्रज्ञा ने कांग्रेस पर कविता सुनाकर हमला बोला.
दरअसल, चुनाव प्रचार करने निकलीं प्रज्ञा सबसे पहले मंदिर गईं. इसके बाद साध्वी प्रज्ञा ने कविता सुनाई, 'ये कल-कल छल छल बहती क्या कहती गंगा धारा, क्या मुझको रोक सकेंगे, मिटने वाले मिट जाएं, कंकड़ पत्थर की हस्ती क्या जो बाधा बनकर आएं, बह जाएंगे गिर पर्वत, ये पुण्य प्रवाह हमारा'
चुनाव आयोग द्वारा दिए गए बैन खत्म होने के बाद मंदिर पहुंची साध्वी प्रज्ञा ने कहा कि, 'मैं संन्यासी हूं, मेरे जीवन का आधार मंदिर और पूजा पाठ है. गाय धर्म शास्त्र है. हमें इनसे कोई रोकता है तो वो अपने जीवन के बारे में सोचे.'
इससे पहले साध्वी प्रज्ञा ठाकुर पर बैन के दौरान चुनाव प्रचार करने का आरोप लगा है. इस मामले को लेकर भोपाल जिले के निर्वाचन अधिकारी ने उनसे जवाब मांगा है. बता दें कि 1 मई को साध्वी प्रज्ञा पर चुनाव आयोग ने 72 घंटों के लिए प्रतिबंध लगाया था. ये बैन गुरुवार सुबह 6 बजे से प्रभावी था.
बता दें कि साध्वी प्रज्ञा ने एक इंटरव्यू में बाबरी मस्जिद पर दिए बयान का चुनाव आयोग ने तुरंत संज्ञान लेते हुए उन्हें चुनाव आचार संहिता उल्लंघन का नोटिस जारी किया था. जिसका संतुष्टिजनक जवाब न मिलने पर चुनाव आयोग ने कार्रवाई की थी.