बेल की शर्तों को तोड़ने पर जूलियन असांजे को 50 सप्ताह की सजा

 
लंदन 

विकीलिक्स के संस्थापक जूलियन असांजे (47) को लंदन की एक अदालत ने 2012 के जमानत की शर्तों का उल्लंघन करने के मामले में दोषी पाए जाने पर 50 सप्ताह की सजा सुनाई है। बता दें कि असांजे को 11 अप्रैल को ब्रिटेन में गिरफ्तार किया गया था। ऑस्ट्रेलियाई नागरिक असांजे ने 2012 से लंदन में इक्वाडोर के दूतावास में शरण ले रखी थी।  

उन्हें बुधवार को लंदन की एक अदालत में पेश किया जहां मामले पर सुनवाई की गई। स्वीडन की दो महिलाओं ने उनपर रेप और यौन शोषण के आरोप लगाए थे और इस केस में प्रत्यर्पण से बचने के लिए असांजे ने इक्वाडोर दूतावास को अपना ठिकाना बना रखा था। हालांकि, बाद में स्वीडन ने असांजे पर से सेक्स अपराध से जुड़े मामले को हटा दिया था। इसके बावजूद असांजे दूतावास में ही बने रहे क्योंकि जमानत खत्म होने पर लंदन में उनपर गिरफ्तारी की तलवार लटकी रही थी। बीते साल 12 दिसंबर से उन्हें इक्वाडोर की नागरिकता मिल गई थी। 

रॉयटर्स की रिपोर्ट के मुताबिक, असांजे ने कोर्ट में कहा, 'मैं उन लोगों से माफी मांगता हूं जिन्हें लगता है कि मैंने उनका अपमान किया। हालांकि, मैंने अपना केस रख दिया है। मैंने खुद को भयानक परिस्थितियों से घिरा पाया और वही किया जो मुझे लगा कि करना ठीक रहेगा। 

2010 में टाइम मैगजीन की तरफ से 'पर्सन ऑफ द ईयर' चुने गए असांजे ने बड़ी संख्या में अमेरिकी गोपनीय दस्तावेजों को सार्वजनिक कर तहलका मचा दिया था। उनपर 2016 में अमेरिका के राष्ट्रपति चुनाव के दौरान भी हस्तक्षेप का आरोप लगा। विकिलीक्स ने डेमोक्रैट कैंडिडेट हिलरी क्लिंटन की टीम की कई ऐसे गोपनीय मेल सार्वजनिक कर दिए थे जो चुनावी अभियान से जुड़े थे। 

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