बेन स्टोक्स के पिता ने कहा कि साझा होनी चाहिये थी ट्रॉफी

लंदन
इंग्लैंड को क्रिकेट इतिहास में पहली बार विश्व विजेता बनाने में अहम भूमिका निभाने वाले न्यूजीलैंड मूल के खिलाड़ी बेन स्टोक्स के पिता गेरार्ड का मानना है कि यह ट्रॉफी दोनों ही टीमों में साझा होनी चाहिये थी। लंदन के ऐतिहासिक लार्ड्स मैदान पर आईसीसी विश्वकप-2019 के रविवार को खेले गये कांटे के फाइनल मुकाबले का फैसला सुपर ओवर में चला गया और इसके भी टाई रहने पर आईसीसी के नियमानुसार मैच में सर्वाधिक बाउंड्री लगाने वाली टीम को विजेता घोषित किया गया। ऐसे में मेज़बान इंग्लैंड पहली बार चैंपियन बन गया। 

इंग्लैंड की जीत में सबसे बड़ी भूमिका बल्लेबाज़ स्टोक्स की रही जो असल में न्यूजीलैंड के ही रहने वाले हैं और क्राइस्टचर्च में जन्मे थे। अपनी नाबाद 84 रन की पारी और फिर सुपर ओवर में आठ रन बनाने वाले स्टोक्स को मैन आॅफ द मैच चुना गया जिनकी बदौलत इंग्लिश टीम को 44 साल के क्रिकेट इतिहास में पहली बार विश्व विजेता बनने का गौरव हासिल हुआ। यह दिलचस्प है कि स्टोक्स के सामने उन्हीं का जन्मदाता देश न्यूजीलैंड था जिसकी हार की वह वजह बने। मैच के बाद स्टोक्स के पिता गेरार्ड ने अपने बेटे के प्रदर्शन पर तो खुशी जताई लेकिन माना कि इस मैच में न्यूजीलैंड बराबरी से जीत का हकदार था और उसे भी विश्वकप का संयुक्त विजेता घोषित किया जाना चाहिये था। न्यूजीलैंड के पूर्व अंतरराष्ट्रीय रग्बी खिलाड़ी गेरार्ड ने आईसीसी के बाउंड्री नियम पर हैरानी जताई और कीवी टीम के प्रदर्शन की प्रशंसा की।

गेरार्ड ने न्यूजीलैंड हेराल्ड से कहा कि मुझे पता नहीं था कि कुछ इतना अहम नियम हो सकता है। मुझे तो लगता है कि मैच टाई होने पर दोनों टीमों को संयुक्त विजेता घोषित करना चाहिये था। लेकिन आजकल ऐसे होता नहीं है। मेरा मानना है कि क्रिकेट में यह अब तक का सबसे रोमांचक और महान मुकाबला था। लेकिन दुख की बात है कि इसमें भी एक हारने वाली टीम है। क्राइस्टचर्च में जन्मे बेन अपने परिवार के साथ 12 वर्ष की उम्र तक न्यूजीलैंड में ही रहे थे लेकिन पिता गेरार्ड के रग्बी कोच की नौकरी मिलने पर इंग्लैंड आकर बस गये थे। हालांकि गेरार्ड वर्ष 2013 में वापिस न्यूजीलैंड लौट गये लेकिन स्टोक्स इंग्लैंड में ही रहते हैं और राष्ट्रीय टीम में खेलते हैं।  अपने बेटे के प्रदर्शन पर गेरार्ड ने कहा कि यदि आप इस तरह की स्थितियां संभाल पाते हैं तो आप सबसे मजबूत होते हैं। बेन ने इंग्लैंड की टीम में रहते हुये कीवी स्टाइल दिखाया है। वह अंदर से कीवी हैं जो कभी भी हार नहीं मानते। गेरार्ड ने मुस्कुराते हुये कहा कि बेन के इस प्रदर्शन के बाद न्यूजीलैंड में निश्चित ही लोग उनसे अब नफरत करेंगे।

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