बेंगलुरु में प्राइमरी कॉन्टैक्ट से बढ़ रहा कोरोना

बेंगलुरु
कोरोना वायरस (Coronavirus In India) के मामलों के तेजी से बढ़ने का सिलसिला जारी है। कर्नाटक की राजधानी बेंगलुरु में शनिवार को कोरोना के 221 पॉजिटिव (Corona Positive) मामले सामने आए। बताया गया कि बीते महीने से बेंगलुरु में प्राइमरी कॉन्टैक्ट्स के जरिए कोरोना तेजी से फैला है। यह अभी तक की उस आम धारणा के विपरीत है, जिसमें कोरोना के संक्रमण के लिए ट्रैवेल हिस्ट्री, गंभीर सांसों की बीमारी और फ्लू जैसे कारकों को महत्वपूर्ण जिम्मेदार माना जाता था।

बीबीएमपी (BBMP) के एक अधिकारी ने बताया कि प्रदेश में प्राइमरी कॉन्टैक्ट्स के जरिए वायरस के संक्रमण का मामला 17 अप्रैल के बाद से तेजी से बढ़ना शुरू हुआ। इससे महीने भर पहले ट्रैवेल हिस्ट्री वाले लोगों के संक्रमित होने की संख्या सबसे ज्यादा थी। शनिवार को कर्नाटक की राजधानी बेंगलुरु में 221 लोगों में कोरोना की पुष्टि की गई। इनमें से 141 में प्राइमरी कॉन्टैक्ट के जरिए कोरोना का संक्रमण हुआ। 35 ऐसे थे जिनकी ट्रैवेल हिस्ट्री थी और 19 सांसों की किसी गंभीर बीमारी से ग्रस्त थे।

सोशल डिस्टेंसिंग में लापरवाही से बढ़े केस
बीबीएमपी ने बताया कि कोविड-19 मरीजों के प्राइमरी कॉन्टैक्ट वाले लोगों में से ज्यादातर लोगों को कोरोना पॉजिटिव पाया गया है। कोरोना के खिलाफ लड़ाई में लगे ज्यादातर एक्सपर्ट्स का कहना है कि वायरस के मरीजों की संख्या में बढ़ोतरी के लिए सोशल डिस्टेंसिंग का सख्ती से पालन न करना, खराब आर्थिक-सामाजिक पृष्ठभूमि और लोगों की जीवनशैली जैसे कारक मुख्य तौर पर जिम्मेदार हैं।

सामाजिक-आर्थिक पृष्ठभूमि भी जिम्मेदार
एक अधिकारी ने कहा कि सख्त निर्देशों के बावजूद लोग सोशल डिस्टेंसिंग के नियमों का पालन नहीं कर रहे हैं। एक अन्य अधिकारी ने कहा कि महामारी का कहर उन इलाकों में ज्यादा है, जहां कमजोर आर्थिक-सामाजिक पृष्ठभूमि के लोग रहते हैं। पदारायणपुरा, होंगासांद्रा और शिवाजीनगर जैसे इलाकों में लोगों के घर काफी आसपास हैं। होंगासांद्रा में प्राइमरी कॉन्टैक्ट से 185, सेकंडरी कॉन्टैक्ट से 60 और 21 अन्य कारणों से कोरोना संक्रमण के मामले सामने आए हैं।

कोरोना के इलाज में लगे एक डॉक्टर ने बताया कि वायरस से संक्रमित किसी शख्स के साथ 15 मिनट तक संपर्क में रहने से संक्रमण का खतरा होता है। वहीं जिन लोगों को सांस संबंधी परेशानी है या ब्लड प्रेशर या डायबिटीज जैसी समस्या है, ऐसे लोगों में वायरस का संक्रमण बहुत कम समय में हो सकता है।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *