बिहार में सोने की सबसे बड़ी लूट : तीन अपराधी पहचाने गए 

 हाजीपुर 
नगर थाना के सिनेमा रोड में स्थित मुथूट फाइनेंस की शाखा से 55 किलो 777 ग्राम सोना लूट मामले में पुलिस ने तीन अपराधियों की पहचान कर ली है। पहचाने गए अपराधियों की नाम के साथ तस्वीर और चार अन्य अपराधियों की तस्वीर पुलिस ने जारी की है। प्रभारी एसपी की ओर से जारी तस्वीर और सूचना में इन सभी के बारे में सूचना देने वालों की पहचान गुप्त रखने के साथ उचित इनाम देने की भी घोषणा की गई है। 

प्रभारी एसपी मृत्युंजय कुमार चौधरी की ओर से जारी सूचना में बताया गया है कि फाइनेंस कंपनी में लूट की घटना में शामिल तीन अपराधियों की पहचान कर ली गई है। लूट की घटना को अंजाम देने के बाद तीनों फरार हो गए हैं। जिन अपराधियों की पहचना की गई है, उसमें बिरेन्द्र शर्मा ग्राम बलुआ बसंत थाना लालगंज, विकास झा ग्राम शाहपुर पगरा थाना दलसिंहसराय जिला समस्तीपुर और मुकुल कुमार राय ग्राम गोखुलपुर थाना बिदुपुर का रहने वाला शामिल है। इसके अलावा चार अन्य अपराधियों की भी तस्वीर जारी की गई है। प्रभारी एसपी की ओर से जारी सूचना में इन सभी के बारे में सूचना देने वाले की पहचना गुप्त रखने के साथ उचित इनाम की भी घोषणा की गई है। 

इनकी सूचना वैशाली के एसपी के मोबाइल नंबर 9431822985 और हाजीपुर एसडीपीओ के मोबाइल नंबर 9431800083  पर सूचना उपलब्ध कराने की अपील की गई है। इन सभी की तस्वीर और पहचान वैशाली पुलिस ने विभिन्न प्लेटफार्म पर भी डाला है। एसपी ने कई व्हाट्सएप ग्रुप पर भी इस तस्वीर को डाला है। तस्वीरों के जारी होने के बाद यह निश्चित हो गया है कि पुलिस लूट कांड के खुलासे के नजदीक पहुंच गई है। एसपी द्वारा जारी तस्वीर बताती है कि अपराधियों की पहचान कर ली गई है। बस इन्हें पकड़ना और लूट का सोना बरामद करना शेष रह गया है। 

वहीं दूसरी ओर लूटकांड के उद्भेदन के लिए एसटीएफ भी मदद करने के लिए हाजीपुर पहुंच चुकी है। आईजी आपरेशन सुशील सिंह खोपडे के साथ एसटीएफ के डीआईजी विनय सिंह हाजीपुर पहुंचे। इसके बाद लूटकांड में शामिल अपराधियों की धर-पकड़ में जुट चुकी है। लूट की वारदात के एक दिन बाद फारेंसिंक टीम घटनास्थल पर पहुंची और कई फिंगर प्रिंट उठाए। डॉग स्क्वायड की टीम भी मौके पर पहुंची और घटनास्थल से कुछ दूर पहुंचने के बाद रुक गई। मुथूट फाइनेंस के विजिलेंस विभाग की टीम भी रविवार को कंपनी में पहुंची और मामले की जांच में जुट गई है।

मुजफ्फरपुर सोना लूटकांड में भी शामिल थे पहचाने गए दो लुटेरे
सूबे के सबसे बड़े सोना लूटकांड को अंजाम देने वाले अपराधियों की पहचान के बाद इनके बारे में जानकारियां धीरे-धीरे बाहर निकलनी शुरू हो गई है। जैसे-जैसे पुलिस को इनके बारे में सूचनाएं एकत्रित कररही है। वैसे-वैसे पुलिस 55 किलो 777 ग्राम सोना लूटने वाले इन लुटेरों इनके साथियों के करीब पहुंच रही है। लूट गैंग में से पहचाने गए तीन अपराधियों में से दो वे अपराधी हैं, जो मुजफ्फरपुर लूट कांड में भी शामिल थे। 

सबसे ज्यादा चौंकाने वाली खबर मुकुल राय के बारे में मिल रही है। जिसके बारे में पुलिस सूत्र बताते हैं कि बिदुपुर के गोखुलपुर के रहने वाले मुकुल राय को पिछले साल औद्योगिक थाना के तत्कालीन थानाध्यक्ष और वर्तमान में मोतीहारी नगर थानाध्यक्ष अभय कुमार सिंह ने गिरफ्तार किया था। इनके पास से गांजा और हथियार बरामद भी किया गया था। इसके साथ इसके साथियों की भी गिरफ्तारी की गई थी, लेकिन खुद को नाबालिग बताने के बाद इसे कोर्ट के आदेश पर रिमांड होम भेज दिया गया था। बताया जाता है कि कुछ दिन पहले ही यह नगर थाना क्षेत्र के अनवरपुर चौक से फरार हो गया था। सूत्र बताते हैं कि हाजीपुर जुबेनाइल कोर्ट से पेशी के बाद वापस मुजफ्फरपुर जाने के दौरान अनवरपुर चौक के पास अपाचे बाइक सवार अपराधियों ने इसे सुरक्षाकर्मियों से छुड़ा लिया था। 

सूत्र बताते हैं कि इस संबंध में रिमांड होम के सुरक्षाकर्मियों ने नगर थाने में ना कोई सूचना दी और ना ही प्राथमिकी दर्ज करवाई। साथियों द्वारा हाजीपुर स्टेशन की दिशा में भगाने के दौरान बाइक सड़क पर फिसल गई थी, लेकिन इसके बावजूद हथियार दिखाते हुए मुकुल अपने साथियों के साथ भागने में सफल रहा था। अपनी गिरफ्त से भागने के बाद प्रत्यक्षदर्शियों को सुरक्षाकर्मियों ने हड़बड़ी दिखाते हुए थाने पर जाने की बात बताई थी, लेकिन ये सुरक्षाकर्मी थाने पर भी नहीं पहुचे थे। कोर्ट से रिमांड होम जाने के दौरान भागने के बाद मुकुल द्वारा सिर्फ बिदुपुर में छोटे-बड़े आधा दर्जन से ज्यादा आपराधिक कांड को अंजाम देने की बात बताई जा रही है।

वहीं पहचाने गए दूसरे अपराधी विकाश झा को समस्तीपुर में सदर थानाध्यक्ष के रूप में पदास्थापित विक्रम आचार्य के सहयोग से मुजफ्फरपुर पुलिस ने फरवरी में हुए 32 किलो सोना लूट मामले में गिरफ्तार किया था। यह समस्तीपुर जिले के दलसिंहसराय थाना क्षेत्र के शाहपुर पगरा का रहने वाला है। इसके पहले वैशाली में पदास्थापना के दौरान ही इंस्पेक्टर विक्रम आचार्य ने 2015 में भगवानपुर स्थित एक पेट्रोल पंप लूट के मामले में इसे गिरफ्तार कर जेल भेजा था। बेल पर बाहर आने के बाद इसने मुजफ्फरपुर में सोना लूट की वारदात को अंजाम दिया था। 

वैशाली पुलिस द्वारा 55 किलो सोना लूट में पहचाना गया तीसरा अपराधी भी मुजफ्फरपुर सोना लूटकांड का आरोपी रहा है। लालगंज थाना क्षेत्र के बलुआ बसंता का रहने वाला बिरेन्द्र शर्मा भी मुजफ्फरपुर सोना लूट कांड में आरोपी रहा है। पुलिस ने इसकी गिरफ्तारी की थी। बेल पर बाहर आने के बाद  यह हाजीपुर स्थित मुथूट फाइनेंस से 55 किलो सोना लूटकांड में शामिल हुआ है। 
 

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