बिहार में क्या टूट जाएगा महागठबंधन? विधानपरिषद में कांग्रेस-राजद की राह अलग

पटना
लोकसभा चुनाव में मिली हार के बाद से ही चर्चा चल रही है कि बिहार में महागठबंधन टूट सकता है. अब इसकी झलक भी देखने को मिलने लगी है. बिहार विधानपरिषद के सत्र के दौरान राष्ट्रीय जनता दल (RJD) और कांग्रेस के नेता चमकी बुखार को लेकर प्रदर्शन कर रहे थे, लेकिन दोनों की राह अलग थी. दोनों दलों ने एक साथ की बजाय अलग-अलग प्रदर्शन किया. पहले दोनों दलों के नेता प्रदर्शन में साथ शामिल होते थे.

इस मुद्दे पर जब कांग्रेस नेता प्रेमचंद्र मिश्रा से पूछा गया तो उन्होंने कहा कि बड़े मामलों में हम एक दूसरे का इंतजार नहीं करते और ऐसा करना जरूरी भी नहीं है. उन्होंने कहा कि इस मामले पर कांग्रेस पार्टी मजबूती से अपना स्टैंड रखेगी. चमकी बुखार के मामले पर कांग्रेस ने प्रदर्शन और कार्य स्थगन प्रस्ताव दिया था. प्रेमचंद्र मिश्रा ने कहा कि अगर सदन में आपसी समन्वय बनता है तो ठीक, अन्यथा हम लोग अकेले ही मजबूती से अपना पक्ष रखेंगे.

इस पूरे मामले पर राजद नेता सुबोध राय ने कहा कि सभी पार्टियों का अपना स्टैंड होता है. कांग्रेस अपने अनुसार अपना पक्ष रख रही है. राजद भी अपना पक्ष खुद ही रखेगी. सदन में स्टैंड रखने के लिए किसी के साथ की जरूरत नहीं है.

बिहार में लोकसभा चुनाव में महागठबंधन को मिली करारी हार के बाद से ही चर्चा चल रही थी कि कांग्रेस और राजद की राह अलग होगी. शुरुआत में यह भी खबर आई कि तेजस्वी यादव कांग्रेस नेतृत्व से मिलकर अपना पक्ष रखना चाहते हैं और गठबंधन को आगे बढ़ाना चाहते हैं लेकिन ताजा हालात को देखकर लगता है कि दोनों दलों का साथ ज्यादा दिन नहीं चल पाएगा.

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