बिना इंजन के ट्रैक पर दौड़ने लगी मालगाड़ी, बड़ा हादसा टला
खंडवा। रेलवे विभाग की लापरवाही के कारण बिना इंजन के ही मालगाड़ी के डिब्बे पटरी पर दौड़ते नजर आए. मालगाड़ी 2 किलोमीटर दूर खंडवा जिले के मथेला स्टेशन पर पहुंच गई. गनीमत ये रही कि इस दौरान कोई बड़ा हादसा नहीं हुआ. इस मामले में रेलवे का कोई भी अधिकारी कुछ भी बोलने के लिए तैयार नहीं है, लेकिन रतलाम रेल मंडल ने इसकी जांच शुरू कर दी है.
बता दें कि रेलवे ट्रैक पर गिट्टी बिछाने वाले बैलास्ट हार्पर की बोगियां मथेला स्टेशन से लगभग 1 किलोमीटर दूर निर्माणधीन ट्रैक पर बिना इंजन के खड़ी थी. जिसके बाद ट्रेन अपने आप उल्टी दिशा में दौड़ने लगी. बताया जा रहा है कि ट्रेन में किसी भी तरह की लॉकिंग नहीं थी. शायद इसी वजह से हवा के दबाव से ट्रेन अपने आप चलने लगी. दरअसल मथेला से निमाड़ खेड़ी तक कोयला ले जाने के लिए अलग से ट्रैक तैयार किया जा रहा है. इसी के चलते हार्पर इस ट्रैक पर गिट्टी बिछाने का काम कर रहा था. यहां से कोयला खरगोन जिले के सेल्दा थर्मल पॉवर प्लांट के लिए भेजा जाना है. घटना के जिम्मेदार पल्ला झाड़ते नजर आए.
घटनास्थल पर रेलवे सीमा होने के कारण भोपाल और रतलाम मंडल के अधिकारी इसे एक-दूसरे की गलती बता रहे हैं. दरअसल मथेला स्टेशन भोपाल मंडल का हिस्सा है और जो ट्रैक बन रहा है वह रतलाम मंडल के अंतर्गत आता है. अब रतलाम मंडल ने घटना की जांच शुरू की है. भोपाल मंडल के अधिकारी भी अपने स्तर पर इसकी जांच कर रहे हैं. इन सबके बावजूद कोई भी रेलवे का अधिकारी इस मामले पर मीडिया के सामने कुछ भी बोलने के लिए तैयार नहीं है.