बाढ़ पीड़ितों की मदद को लेकर सरकार सजग, सचेत और संवेदनशील: CM नीतीश

पटना

मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने मंगलवार को बिहार विधानसभा में 12 जिलों में बाढ़ की स्थिति पर वक्तव्य दिया। सीएम ने कहा कि बाढ़ पीड़ितों की मदद को लेकर सरकार सजग, सचेत और संवेदनशील है। शुक्रवार से प्रत्येब बाढ़ पीड़ित परिवारों को 6 हजार रुपये की सहायता राशि का वितरण शरू होगा।सीएम ने कहा कि बाढ़ से 12 जिलों के 78 प्रखंड, 555 पंचायत के 25 लाख 71 हजार आबादी प्रभावित हुई है। सीएम नीतीश ने बताया कि अब तक बाढ़ के कारण 25 लोगों की मौत हो चुकी है। सीएम ने आगे कहा कि अभी तक बाढ़ पीड़ितों के लिए 199 राहत शिविर, 676 सामुदायिक रसोईघर संचालित किए गए हैँ और यदि जरूरत पड़ी तो इसे बढ़ाया भी जाएगा।

मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने बाढ़ प्रभावित इलाकों में राहत और बचाव कार्य तेज करने का निर्देश अधिकारियों को दिया है। साथ ही कटे हुए इलाके को तुरंत सड़क से जोड़ने को कहा है। वह पूरी स्थिति पर स्वयं हालात पर नजर बनाये हुए हैं। मुख्यमंत्री ने लगातार दूसरे दिन सोमवार को भी हवाई सर्वेक्षण किया। उन्होंने अररिया, किशनगंज और कटिहार के विभिन्न बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों का जायजा लिया।

मुख्यमंत्री ने ग्रामीण कार्य विभाग और पथ निर्माण विभाग के प्रधान सचिव/सचिव को बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों का हवाई सर्वेक्षण कर स्थिति का जायजा लेने के लिए कहा है। मुख्यमंत्री के निर्देश पर दरभंगा, मधुबनी, शिवहर एवं सीतामढ़ी के जिलाधिकारी को सोमवार को अपराह्न में अपने जिले के बाढ़ प्रभवित क्षेत्रों का हवाई सर्वेक्षण करने के लिए भेजा गया। राहत एवं बचाव कार्य के लिए एनडीआरएफ और एसडीआरएफ की 25 टुकड़ियां तैनात की गयी हैं। मुख्यमंत्री ने यह भी निर्देश दिया कि जितनी आवश्यकता हो रिलीफ कैम्प और सामुदायिक किचेन की व्यवस्था करें। भोजन की गुणवत्ता, शुद्ध पेयजल और साफ-सफाई पर पूरा ध्यान रखने को कहा। साथ ही मनुष्य और पशुओं के लिए दवा व पशु  चारे आदि की व्यवस्था करने का निर्देश दिया।

मुख्यमंत्री ने अररिया जिले के फारबिसगंज, सिकटी, पलासी, जोकिहाट, किशनगंज जिले के ठाकुरगंज, कोचाधामन, टेढ़ागाछ और कटिहार जिले के बलरामपुर में बाढ़ प्रभावित इलाकों का हवाई सर्वेक्षण किया। इसके बाद पूर्णिया के चूनापुर हवाई अड्डे पर पूर्णिया के आयुक्त तथा पूर्णिया, अररिया, कटिहार एवं किशनगंज जिले के डीएम के साथ बैठक कर बाढ़, बचाव और राहत कार्य की स्थिति की विस्तृत समीक्षा की। मुख्य सचिव दीपक कुमार, जल संसाधन विभाग के अपर मुख्य सचिव अरुण कुमार, आपदा प्रबंधन विभाग के प्रधान सचिव प्रत्यय अमृत, मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव चंचल कुमार भी मौजूद थे।

 

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