बस्तर में लगाए जाएंगे 24 सहायक उद्योग, नागरनार स्टील प्लांट में जल्द शुरू होगा प्रोडक्शन
रायपुर
छत्तीसगढ़ के आदिवासी बाहुल्य बस्तर में उद्योगों को बढ़ावा देने की नीति पर सरकार काम करेगी. इसके तहत ही बस्तर में जल्द ही 24 सहायक उद्योग लगाए जाएंगे. बस्तर में निर्माणाधीन नगरनार स्टील प्लांट में प्रोडक्शन जल्द ही शुरू होगा. स्टील पलांट के शुरू होने के बाद बस्तर में 24 सहायक उद्योगों की स्थापना की जाऐगी. इसकी जानकारी प्रदेश के उद्योग मंत्री कवासी लखमा ने दी.
जगदलपुर में एक कार्यक्रम में पहुंचे उधोग मंत्री कवासी लखमा ने कहा कि सहायक उधोग लगाए जानें के विषय में बस्तर कमिश्नर और जिला कलेक्टर को आदेश दिया गया है. इसकी प्लानिंग तैयार करने के लिए अधिकारियों को कहा गया है. नागरनार स्टील प्लांट में प्रोडक्शन शुरू होने के साथ ही सयाक उद्योग भी स्थापित कर दिए जाएंगे. नीति बनाकर इसपर अमल किया जाएगा.
हालांकि बस्तर के डिलमिली में लगने वाला अल्टा मेगा स्टील प्लांट अब खटाई में पड़ता नजर आ रहा है. दरअसल इस प्लांट के लिए स्थानीय ग्रामीणों ने जमीन देने से साफ तौर पर इनकार कर दिया है. इस वजह इस प्लांट की आधारशिला रखे जाने के बाद से लेकर अब तक कोई काम उस दिशा में नहीं किया गया है. बता दें कि दो साल पहले पीएम नरेन्द्र मोदी ने बस्तर के डिलमिली में इस पलांट के लिए भूमिपूजन किया था. उसी के बाद से विवाद खड़ा हो गया है. जब वहां के ग्रामीणों ने अपनी जमीन देने से इंकार कर दिया है.
प्रदेश के उधोग मंत्री कवासी लखमा ने ग्रामीणों को समथर्न करते हुए कहा है कि जब तक ग्रामीण राजी नहीं होगें तब उस जगह पर प्लांट नहीं लगेगा. मोदी सरकार पर हमला बोलते हुए कवासी लखमा ने कहा बिना सोचे समझे जिस तरह से मोदी सरकार ने नोटबंदी कर दी थी. उसी तरह बिना ग्रामीणों से राजी किए प्लांट लगाने की तैयारी बीजेपी ने कर ली. अगर स्थानीय ग्रामीण प्लांट के लिए जमीन देने राजी नहीं होगें तो वहां पर प्लांट नहीं लगने दिया जाएगा.