बच्‍चे की स्किन से कैसे हटाएं मच्‍छर के काटने का निशान

सुबह उठकर बच्‍चे के चेहरे या शरीर पर मच्‍छर के काटने का निशान देखकर आपका भी मन खट्टा हो जाता होगा। मच्‍छर आपका ही नहीं बल्कि आपके बच्‍चे का भी खून पीकर जी रहे हैं और ये बात आपके लिए कितनी तकलीफदेह है। मच्‍छर के बच्‍चों को काटने पर उस जगह पर एक छोटा सा लाल रंग का दाना बन जाता है और उसके आसपास सूजन एवं रैशेज पड़ जाते हैं।

कुछ गंभीर मामलों में नवजात शिशु को इस वजह से उल्‍टी, बुखार और पस भी हो सकती है। शिशु को मच्‍छर के काटने का तो पता नहीं चलता है लेकिन उन्‍हें मच्‍छर के काटने के दौरान खुजली जरूर होती है।

इस जगह पर खुजली करने की वजह से स्किन और ज्‍यादा खराब या काली पड़ सकती है। बच्‍चे की स्किन पर दाग भी पड़ सकता है और उसे मलेरिया, डेंगू, चिकनगुनिया एवं एंसेफलाइटिस जैसी गंभीर बीमारियां भी हो सकती हैं। आज हम आपको इस लेख के जरिए बताने जा रहे हैं कि आखिर बच्‍चों को मच्‍छर ज्‍यादा क्‍यों काटते हैं और इससे आप कैसे बच सकते हैं।

बेबी टॉयलेटरीज- बेबी लोशन, क्रीम और पाउडर जैसे प्रोडक्‍ट्स में परफ्यूम का इस्‍तेमाल किया जाता है जिससे मच्‍छर उनके पास ज्‍यादा आते हैं। आपको बच्‍चों के लिए खुशबूरहित प्रोडक्‍ट्स का इस्‍तेमाल करना चाहिए।

शरीर को ना ढकना- बच्‍चों के शरीर के किसी हिस्‍से को खुला छोड़ना भी मच्‍छरों का टारगेट बनता है। गर्मी में बच्‍चों को पूरी बाजू के कपड़े पहनाकर रखने चाहिए।

नमी और पसीना- पौधों में जमा पानी, पानी वाले शोपीस के आसपास मच्‍छर ज्‍यादा पनपते हैं। बच्‍चे के शरीर पर पसीना भी मच्‍छरों को बुलावा देता है। घर में किसी भी जगह गीलापन नहीं होना चाहिए। बच्‍चे को साफ और सूखे तौलिए से साफ करें।

खिड़की और दरवाजें बंद रखें- मच्‍छर शाम के समय ज्‍यादा आते हैं। शाम होते ही सभी खिड़की और दरवाजें बंद कर दें ताकि मच्‍छर घर के अंदर ना आ सकें।

बच्‍चे की स्किन से मच्‍छर के काटने के निशान हटाना भी जरूरी है। इसके लिए आप निम्‍न तरीके आजमा सकते हैं:

एंटीहिस्‍टामाइन क्रीम- खुजली और स्किन पर सूजन से राहत दिलाने में एंटीहिस्‍टामाइन क्रीम असरकारी होती है।

लैक्‍टो कैलामाइन- ये लोशन दर्द को कम करता है और इसे रोज लगाने से स्किन पर पड़े रैशेज से भी छुटकारा मिल जाता है।

लिस्‍टराइन- एक से दो चम्‍मच लिस्‍टराइन माउथवॉश लें और उसे पानी में मिला दें। अब रूई के फाहे से उसे प्रभावित हिस्‍से पर लगाएं। ये शीतल प्रभाव देता है।

नींबू का रस- नींबू के रस की कुछ बूंदें प्रभावित हिस्‍से पर लगाएं और उसे 15 मिनट बाद गुनगुने पानी से धो लें। अगर शिशु को इससे जलन होती है तो तुरंत पानी से स्किन को साफ कर दें।

एलोवेरा जैल- इसमें शीतल और ठंडक देने वाले प्रभाव होते हैं जो जिद्दी दागों को हटाने में मदद करते हैं।

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