बंगाल में 1 जून से मंदिर-मस्जिद, 8 से खुल जाएंगे सभी कार्यालय

कोलकाता
कोरोना के कारण जारी लॉकडाउन (Lockdonw) में चरण दर चरण छूट बढ़ाई जा रही है। लॉकडाउन के पांचवें चरण की तैयारी चल रही है। इसी बीच पश्चिम बंगाल की सीएम ममता बनर्जी (Mamta Banerjee) ने कहा है कि राज्य में 1 जून से धार्मिक स्थल खोले जा सकेंगे। इससे पहले मार्च में लॉकडाउन लागू होने के साथ ही धार्मिक स्थलों को बंद कर दिया गया था। रमजान के मौके पर मस्जिदों में नमाज पढ़ने के लिए भीड़ इकट्टी करने की परमिशन नहीं दी गई।

शुक्रवार को जिलों के प्रशासनिक अधिकारियों के साथ ममता बनर्जी ने मीटिंग की। कोरोना से निपटने के बाद में आगे की योजना और लॉकडाउन के अगले चरण को लेकर इस मीटिंग में चर्चा की गई। इसी मीटिंग में सीएम एममता बनर्जी ने कहा कि सभी धार्मिक स्थलों को खोलने की अनुमति होगी लेकिन 10 से ज्यादा लोगों के इकट्ठा होने की अनुमति नहीं होगी।

'रेलवे चला रहा है कोरोना एक्सप्रेस'
ममता बनर्जी ने कहा, 'रेलवे हजारों प्रवासी श्रमिकों को एक ही ट्रेन में भेज रहा है,अधिक ट्रेनें क्यों नहीं दी जा रही हैं? श्रमिक स्पेशल ट्रेन के नाम पर भारतीय रेल कोरोना एक्सप्रेस ट्रेन चला रही है। दो महीने में कोविड-19 को फैलने से रोकने में सफल रहा था लेकिन अब मामले इसलिए बढ़ रहे हैं, क्योंकि बाहर से लोग लौट रहे हैं।'

धार्मिक स्थलों में अधिकतम 10 लोगों को होगी परमिशन
ममता बनर्जी ने यह भी स्पष्ट किया है कि मंदिर/मस्जिद खोलने का मतलब यह नहीं है कि वहां भीड़ जुटाई जाए। राज्य सरकार के मुताबिक, यह आदेश 1 जून से लागू होगा। मंदिर, मस्जिद, गुरुद्वारा और चर्च समेत तमाम धार्मिक स्थलों को खोलने की अनुमति होगी लेकिन अधिकतम 10 लोग ही धार्मिक स्थलों में इकट्ठा हो सकेंगे।

अधिकारियों के साथ बैठक में सीएम ममता बनर्जी ने कहा, 'पिछले दो महीनों में पश्चिम बंगाल कोरोना का संक्रमण रोकने में कामयाब रहा है। राज्य में कोरोना के नए मामले इसलिए सामने आ रहे हैं कि लोग दूसरे राज्यों से भी आ रहे हैं।' पश्चिम बंगाल में कोरोना से मरने वालों की संख्या अब 98 हो गई है।

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