फिर शुरू हुआ मौत का सिलसिला, तीन बच्चों की गई जान
मुजफ्फरपुर
बिहार में एईएस से हो रही मौत का सिलसिला फिर से शुरू हो गया है. मुजफ्फरपुर में AES ने फिर से कहर बरपाया है. अस्पताल में AES यानि चमकी बुखार से पीड़ित तीन और बच्चों ने दम तोड़ दिया है. इसके साथ ही मुजफ्फरपुर के एसकेएमसीएच में मौत का आंकड़ा 141 तक जा पहुंचा है.
मौत का शिकार हुए सभी बच्चे SKMCH में गंभीर हालत में इलाजरत थे. मालूम हो कि बिहार में चमकी बुखार से अब तक 179 बच्चों की मौत हो चुकी है. बिहार में इस बुखार का कहर 12 जिलों में है लेकिन सबसे ज्यादा मौतें मुजफ्फरपुर में हुई हैं.
इससे पहले बिहार के सीएम नीतीश कुमार ने मंगलवार को विधानसभा में कहा था कि सरकार एईएस यानि चमकी बुखार से हो रही मौत को लेकर पूरी तरह से संवेदनशील है. बिहार विधान सभा में जवाब देते हुए सीएम ने कहा कि सरकार डॉक्टरों और नर्स की कमी पर काम कर रही है. जिलों में नर्सिंग कॉलेज खुल रहे हैं लेकिन बच्चों की मौत के कारणों को विशेषज्ञ भी अभी तक नहीं जान पाए हैं.
सीएम ने कहा कि लक्षणों के आधार पर ही बच्चों का इलाज किया जा रहा है. मुज़फ़्फ़रपुर के मामले में सरकार ने पूरी गंभीरता से काम किया है और सभी मृतकों के सोशल इकनॉमिक ऑडिट करने का हमने निर्देश दिया है. नीतीश कुमार ने कहा कि जो भी बच्चे मरे हैं लगभग सभी गरीब हैं. बीमारी से भर्ती हुए बच्चो में लड़कियां ज्यादा थीं.
सीएम ने कहा कि जिनके घर नही हैं उनके घर बनेंगे और इसके लिए मुख्यमंत्री आवास योजना से उनको घर बनाने में मदद मिलेगी. जिनका जमीन नहीं है उन्हें 60 हजार अनुदान जमीन के लिए मिलेगा. जागरूकता पर जोर देते हुए सीएम ने कहा कि बीमारी से बचाव के लिए अभी भी जागरूकता की कमी है. मुज़फ़्फ़रपुर में गहनता के साथ जांच की जरूरत है. कई परिवार ऐसे भी हैं जिनके पास अभी राशन कार्ड नहीं है.