फर्जी एजेंट्स से सतर्क रहें, कैंसल हो सकते हैं ‘कन्फर्म’ रेल टिकट

कोलकाता
कस्बा के रहने वाले सौमित्रा रॉय अपने परिवार के साथ दार्जिलिंग घूमकर वापस जा रहे थे। छुट्टियों का सीजन होने के बावजूद एक एजेंट की मदद से उन्हें तीस्ता तोरसा एक्सप्रेस में 'कन्फर्म' सीट मिल गई थी। हालांकि, जब वह अपनी सीट पर पहुंचे तो हैरान रह गए। उन्हें पता चला कि उनका टिकट कैंसल हो गया है। जिस एजेंट की मदद से उन्होंने टिकट बुक किया था, जब उसको फोन किया तो उसका फोन बंद था।

 

एजेंट के ऑफिस पर पड़ा था ताला
रॉय के पास टिकट का प्रिंट आउट था, इसलिए टिकट एग्जामिनर ने उन्हें ट्रेन में बैठने दिया। हालांकि, उन्हें सीट नहीं मिल सकी और बाथरूम के सामने बैठकर सफर करना पड़ा। जब घर वापस आकर वह एजेंट के ऑफिस पहुंचे तो देखा वहां ताला पड़ा था। आसपास के लोगों ने उन्हें बताया कि रेलवे अधिकारियों ने उस ऑफिस में छापा मारा था। वह एजेंट फर्जी आईडी से आईआरसीटीसी पर टिकट बुक करता था। रॉय के टिकट भी फर्जी आईडी से बुक किए गए थे, इसलिए वे कैंसल हो गए। रॉय ने हर टिकट पर 500 रुपये एक्स्ट्रा दिए थे।

इसी तरह जेसोर रोड निवासी राजीव सरकार ने भी ऐसे ही एजेंट के जरिए टिकट बुक किए। उन्हें भी कन्फर्म टिकट मिले थे लेकिन उन्हें निकलने से पहले एक बार फिर टिकट चेक किए। उनके टिकट भी कैंसल हो गए थे। उन्होंने बाद में तत्काल टिकट बुक कराए। उनका एजेंट भी फरार है।

सिर्फ अधिकृत एजेंट से कराएं टिकट
अधिकारियों का कहना है कि वे हमेशा जागरूकता अभियान के जरिए लोगों को सतर्क करते हैं कि सिर्फ IRCTC (इंडियन रेलवे केटरिंग ऐंड टूरिज्म कॉर्पोरेशन) के अधिकृत एजेंट्स की मदद से टिकट कराएं। टाइमटेबल या ऑनलाइन लिस्ट में जिन एजेंट्स का नाम हो, सिर्फ उन्हीं से टिकट बुक कराएं। एक अधिकारी ने बताया कि बाकी सब लोग जो एक्स्ट्रा कीमत लेकर टिकट बुक कराने का वादा करते हैं, वे फर्जी होते हैं।

उन्होंने बताया कि छापा पड़ने पर उस एजेंट के बुक किए सारे टिकट कैंसल हो जाते हैं। ऐसे फर्जी एजेंट यात्रियों के सही फोन नंबर की जगह फर्जी नंबर से टिकट बुकिंग करते हैं। इसलिए जब टिकट कैंसल होता है तो शिकार बने यात्रियों को मेसेज या कोई जानकारी नहीं मिल पाती है।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *