प्रेग्‍नेंसी के दौरान ये एक्सर्साइज़ भूल कर भी न करें

प्रेग्‍नेंसी के दौरान फिट रहने के लिए हल्‍की-फुल्‍की कसरत जरूरी मानी जाती है। दिन भर में 30 मिनट कसरत करने से गर्भावस्‍था के दौरान पीठ के दर्द, कब्‍ज, गैस, जोड़ों में सूजन, गर्भावस्‍था के समय होने वाली डायबिटीज जैसे रोगों से मुक्ति मिलती है। लेकिन कुछ ऐसी एक्सर्साइज़ हैं जिन्‍हें गर्भावस्‍था में करने से परहेज करना चाहिए।

ऐसी एक्सर्साइज़ से बचना चाहिए
प्रेग्‍नेंसी में ऐसी कसरतों से बचना चाहिए जिनमें गिरने का डर हो या पेट में चोट लगने का जोखिम हो।

ऐसे खेलों या कसरतों से परहेज करना चाहिए जिनमें आपको छह हजार फीट या इससे ज्‍यादा की ऊंचाई पर जाना पड़े। दबाव में बदलाव की वजह से भ्रूण को खतरा हो सकता है।

पीठ पर लेटने वाली कसरतों से भी परहेज करना चाहिए क्‍योंकि अधिक देर तक पीठ के बल लेटने से आपके खून के बहाव में दिक्‍कत आ सकती है। यह स्थिति भी आपके बच्‍चे के लिए खतरनाक साबित हो सकती है।

बहुत अधिक पीछे झुकने से भी बचना चाहिए।

कूदने, उछलने और अचानका झटका लगने वाले खेलों, गतिविधियों या कसरतों से दूर ही रहें।

बहुत अधिक स्‍ट्रेच न करें और न ही सांस रोकने वाली कसरतें करनी चाहिए।

बिना हिले एक ही स्थिति में खड़े रहना भी प्रेग्‍नेंसी में ठीक नहीं है।

इसके अलावा हल्‍की कसरतें जैसे टहलना, तैरना वगैरह किया जा सकता है। जानकारों का मानना है कि योगासन विशेषकर सूर्य नमस्‍कार प्रेग्‍नेंसी की पहली तिमाही में गर्भवती महिला के स्‍वास्‍थ्‍य के लिए सबसे अच्‍छी कसरत है। इससे शरीर में लचीलापन आता है और प्रसव के दौरान होने वाली पीड़ा को कम किया जा सकता है। कोई भी कसरत शुरू करने से पहले अपने डॉक्‍टर से जरूरत सलाह ले लें।

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