प्रेगनेंसी में बैंगन खाने से हो सकते है ये 3 साइड इफेक्ट्स, आयुर्वेद में भी है खाने की मनाही
प्रेगनेंसी के दौरान महिलाएं अपने खानपान को लेकर काफी कॉन्शियस हो जाती है। इस दौरान महिलाएं अपने गर्भस्थ शिशु की सही विकास के लिए फूड हैबिट्स तक बदल देती है। अक्सर नई माएं इस बात की चिंता में रहती है कि उन्हें क्या खाना चाहिए और क्या नहीं ताकि शिशु पर कोई बुरा असर न पड़े। गर्भावस्था में महिलाओं को गर्म तासीर के फल और सब्जियां खाने से बचना चाहिए।
आयुर्वेद में ऐसा कुछ बताया गया है कि गर्भावस्था में महिलाओं को क्या खाना चाहिए और क्या नहीं। इन्हीं में से है एक सब्जी है बैंगन जिसे महिलाओं गर्भावस्था में खाने से बचना चाहिए। डायटिशियन भी इस नाजुक दौर में बैंगन खाने से बचने की हिदायत देती है। आइए जानते है कि क्यों गर्भावस्था में बैंगन नहीं खाना चाहिए और इससे क्या नुकसान हो सकते है?
प्रेग्नेंसी में बैंगन नहीं खाने की दी जाती है सलाह
बैंगन में कई तरह के मिनरल, विटामिन और पोषक तत्व पाए जाते हैं, लेकिन बैंगन ज्यादा खाने से गैस की समस्या, कंजेशन, नींद ना आने और अपच जैसी प्रॉब्लम्स में फायदेमंद माना जाता है। लेकिन आयुर्वेद में इसे प्रेग्नेंसी में सीमित मात्रा में खाने की सलाह दी जाती है। आर्युवेद के अनुसार प्रेग्नेंसी में बैंगन ना खाना ही उचित रहता है। तो आइए उन वजहों को जानते हैं, जिनके मद्देनजर प्रेग्नेंसी में बैंगन को गर्भवती और उसके होने वाले शिशु के लिए नुकसानदायक माना जाता है।
पीरियड्स की बढ़ जाती है आशंका
आर्युवेद में बैंगन को गर्भवती महिलाओं के लिए इसलिए नुकसानदायक माना जाता है, क्योंकि इसमें बड़ी संख्या में फाइटोहार्मोन्स होते हैं और ये प्री मेंस्ट्रुअल सिंड्रोम में राहत देने वाले होते हैं। बैंगन खाने से पीरियड्स की स्टम्युलेशन बढ़ जाती है और गर्भवती महिला के लिए खाना नुकसानदायक साबित हो सकता है। ऐसे में इसे प्रेग्नेंसी में बहुत ही सीमित मात्रा में खाना चाहिए। वो भी अपने डॉक्टर या डायटिशियन के सुझाव पर ही।
बढ़ाता है एसिडिटी
बैंगन खाने से एसिडिटी की समस्या होती है इसलिए प्रेगनेंसी में तो बैंगन खाने से बचना चाहिए। प्रेग्नेंसी में महिलाओं के शरीर में बदलाव आने की वजह से कई बार उन्हें असहज महसूस होता है और शरीर में दर्द भी होता है। इस दौरान फिजिकल एक्टिविटी कम होने की वजह से कई बार गैस की समस्या भी होती है।
हो सकता है अबॉर्शन
चूंकि बैंगन की तासीर गर्म होती है इसमें पीरियड्स बढ़ाने वाले गुण होते हैं, इसीलिए यह गर्भ में पल रहे शिशु के लिए नुकसानदायक हो सकता है और अबॉर्शन की वजह भी बन सकता है। इसलिए डायटिशिन अक्सर गर्भावस्था में महिलाओं को बैंगन न खाने की ही सलाह देते है। अपनी रोजमर्रा की डाइट में पौष्टिक तत्व लें तो आप और आपकी संतान दोनों स्वस्थ रहेंगे।