प्री इंजीनियरिंग टेस्ट और प्री-फार्मेसी टेस्ट आज, प्रदेश भर में 37485 छात्र देंगे परीक्षा
रायपुर
प्री इंजीनियरिंग टेस्ट (पीईटी) और प्री-फार्मेसी टेस्ट (पीपीएचटी) प्रदेश भर में गुरुवार (आज) आयोजित की जा रही है। छत्तीसगढ़ व्यावसायिक परीक्षा मंडल (सीजी व्यापमं) रायपुर की ओर से हो रही इन परीक्षाओं के लिए प्रदेश के जिलों में अलग-अलग केंद्र बनाए गए हैं। दो पालियों में हो रही इन परीक्षाओं में सुबह 9 बजे से पीईटी और दोपहर 2 बजे से पीपीएचटी की परीक्षा होगी। इन दोनों परीक्षाओं में कुल 37485 परीक्षार्थी प्रदेश में बैठ रहे हैं। इनमें पीईटी में 18947 छात्र और पीपीएचटी में 18538 छात्र शामिल हो रहे हैं।
प्री-इंजीनियरिंग टेस्ट और प्री-फार्मेसी टेस्ट में शामिल होने वाले परीक्षार्थी इस बार 12वीं कक्षा की परीक्षा का फोटोयुक्त प्रवेश पत्र या स्कूल से मिले फोटो लगे आई कार्ड का उपयोग आईडी प्रूफ के रूप में कर सकेंगे। यह व्यवस्था उनके पास ड्राइविंग लाइसेंस, बैंक का खाता और पैन कार्ड आदि नहीं होने की वजह से किया गया है। वैसे परीक्षार्थी चाहें तो आधार कार्ड की मूल कॉपी लेकर परीक्षा में शामिल हो सकते हैं। परीक्षा में शामिल होने के लिए उन्हें पूरी आस्तीन वाली कमीज आदि से भी बचना होगा।
परीक्षा के दौरान छात्र अपने साथ ब्लू और ब्लैक इंक वाले डॉट पेन, पेंसिल और रबर रख सकते हैं। इसके अलावा उन्हें कोई भी सामान अपने पास रखने नहीं दिया जाएगा। परीक्षार्थियों को पहले ही कहा जा चुका है कि वह अपने साथ एंड्रॉयड मोबाइल लेकर न आएं। यदि लेकर आते हैं तो मोबाइल को परीक्षा केंद्र के बाहर खुद की जिम्मेदारी में रखना होगा। इसके लिए परीक्षा केंद्र में उपस्थित कोई भी व्यक्ति जिम्मेदार नहीं होगा।
पीईटी पहली पाली में सुबह 9 से 12.15 तक और पीपीएचटी दूसरी पाली में दोपहर 2 से 5.15 बजे तक होगी। परीक्षा में शामिल होने वाले सभी परीक्षार्थियों को जारी प्रवेश पत्र में कहा गया है कि वे परीक्षा केंद्र में परीक्षा से एक घंटे पहले उपस्थित हों, ताकि जांच आदि की प्रक्रिया में किसी तरह की दिक्कतें न हो। यदि परीक्षा केंद्र आने के पहले आईडी प्रूफ भूल गए हों तो इस दौरान उसकी व्यवस्था कर सकें और परीक्षा में शामिल हो सकें। केंद्राध्यक्षों को परीक्षार्थियों की सुविधा का ख्याल रखने को कहा गया है।
पीईटी और पीपीएचटी की 2 मई को होने वाली परीक्षा कुछ घंटे पहले निरस्त कर दी गई थी। व्यापमं ने प्रवेशपत्र नहीं निकलने की वजह से परीक्षा रद्द करने की घोषणा की थी। अफसरों ने बताया कि चिप्स के सर्वर में तकनीकी खराबी आने की वजह से छात्र प्रवेशपत्र डाउनलोड नहीं कर पा रहे थे। इसलिए परीक्षा निरस्त करनी पड़ी। 30 अप्रैल की रात को सिस्टम में तकनीकी खराबी आई। इसलिए कई परीक्षार्थी प्रवेश पत्र डाउनलोड नहीं कर पाए थे।