प्रियंका गांधी हिरासत: विस में हंगामे से नाराज स्पीकर ने कहा, कर सकते हैं नई व्यवस्था पर विचार
भोपाल
उत्तर प्रदेश के सोनभद्र में हुए नरसंहार के मामले में प्रियंका गांधी को मिर्जापुर में हिरासत में लेने पर यूपी से लेकर एमपी तक कांग्रेस उबल पड़ी है। मध्य प्रदेश में कांग्रेस सरकार के मंत्री- विधायक तक सड़क से सदन तक इस मामले में आक्रोशित दिखाई दिए। मुख्यमंत्री ने इस घटना पर भाजपा पर आरोप लगाते हुए कहा कि वह प्रजातंत्र को ठेस पहुंचा रही है।
प्रियंका गांधी को हिरासत में लिया जाने के बाद आज सुबह कांग्रेस विधायक और मंत्रियों ने विधानसभा के गेट से गांधी प्रतिमा तक काली पट्टी बांधी पैदल मार्च किया। इसके बाद सदन के अंदर भी कांग्रेस ने इस मामले में जमकर शोर-शराबा किया। सदन शुरू होते ही कांग्रेस ने उत्तर प्रदेश सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। मंत्री जीतू पटवारी ने कहा कि उत्तर प्रदेश में दस आदिवासियों की हत्या कर दी गई और हमारी पार्टी की नेता प्रियंका गांधी को जाने से रोका जा रहा है।
जीतू की इस बात का समर्थन ओमकार सिंह मरकाम, सज्जन सिंह वर्मा सहित अन्य मंत्रियों और विधायकों ने किया। इस शोर-शराबे में सदन की कार्यवाही बाधित हुई। नेता प्रतिपक्ष गोपाल भार्गव ने कहा कि उत्तर प्रदेश में क्या हो रहा है इसका एमपी की विधानसभा से क्या संबंध। कांग्रेसी इसके बाद भी नहीं माने तो अध्यक्ष ने सदन की कार्यवाही पांच मिनट के लिए स्थगित कर दी।
इस मामले पर मुख्यमंत्री कमलनाथ ने भी तीखी प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने कहा है कि आदिवासी नरसंहार में पीड़ित परिवारों से प्रियंका गांधी को मिलने नहीं देना, उन्हें हिरासत में लेना और गेस्ट हाउस की बिजली-पानी बंद करना पूरी तरह से असंवैधानिक और लोकतंत्र की हत्या है। मुख्यमंत्री ने मांग करते हुए कहा कि प्रियंका गांधी को पीड़ित परिवार से मिलने दिया जाए, उन्हें ततकाल रिहा किया जाए। इस दमनकारी निर्णय के विरोध में पूरा देश व कांग्रेसजन प्रियंका गांधी के साथ है। आज प्रदेश के सभी जिलों में कांग्रेसजन उत्तर प्रदेश पुलिस की इस तानाशाही दमनकारी नीति के खिलाफ धरना प्रदर्शन करेंगे। उन्होंने कहा कि भाजपा प्रजातंत्र को ठेस पहुंचाना चाहती है। वह परेशान है, किसी खुलासे से डर रही है।
इस मामले में वित्त मंत्री तरुण भनोत ने उत्तर प्रदेश सरकार की ओछी मानसिकता बताया, वहीं तुलसी सिलावट ने इस घटना को अलोकतांत्रिक बताया। महेंद्र सिसोदिया ने कहा कि यूपी सरकार का गरीब, आदिवासी विरोधी चेहरा सामने आया है। पीसी शर्मा ने कहा कि आदिवासियों का नरसंहार का पूरे देश में कांग्रेस विरोध करेगी। विधायक कुणाल चौधरी ने कहा कि ये संविधान का उल्लंघन है।