प्रहलाद बोले- दमोह सीट छोड़ने वाला नही, जो गलतफहमी में है, दिमाग दुरस्त कर ले, भाजपा में हड़कंप

भोपाल/दमोह
शिवराज सरकार में कैबिनेट मंत्री रही कुसुम मेहदेले के दमोह से लोकसभा टिकट की मांग किए जाने के बीच  भाजपा सांसद प्रहलाद पटेल का बड़ा बयान सामने आया है।पटेल का कहना है कि मैदान से हटने वाला नहीं हूं। मैं इसी सीट से चुनाव लड़ूंगा।जो गलत फहमी में है वे अपना दिमाग दुरुस्त कर लें। हम अपनी तरफ से दमोह छोड़ने वाले नहीं हैं।पटेल के इस तरह के बयान से बीजेपी में हड़कंप मच गया है, चुंकी हाल ही में संघ ने भाजपा को जो 16  सांसदों के फीडबैक की रिपोर्ट पेश की है उसमें प्रहलाद पटेल का नाम भी शामिल है।संघ ने पटेल के भी टिकट काटने की सिफारिश की है।

दरअसल, रविवार को सांसद प्रहलाद पटेल दमोह पहुंचे थे। जहां उन्होंने जिला पंचायत अध्यक्ष शिवचरण पटेल के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव लाए जाने पर नाराजगी जताई।उन्होंने कहा कि ऐसा करके जनता और पार्टी के बीच यह भ्रम फैलाने की कोशिश की जा रही है कि सांसद प्रहलाद पटेल दमोह से चुनाव लड़ने वाले नहीं हैं, कुछ नए समीकरण बनें। मगर मैं बता दूं कि मैदान से हटने वाला नहीं हूं। मैं इसी सीट से चुनाव लड़ूंगा। जो गलत फहमी में है वे अपना दिमाग दुरुस्त कर लें। हम अपनी तरफ से दमोह छोड़ने वाले नहीं हैं। यह बात अलग है कि फैसला पार्टी करती हैं। उन्होंने कहा कि जिला पंचायत अध्यक्ष के खिलाफ जो प्रस्ताव डाला है, उसमें तीन सदस्य बीजेपी के हैं, यदि ऐसा हुआ तो बीजेपी के तीन जिला पंचायत सदस्य बाहर होंगेे। उन्हें इससे बचना है ताे 12 फरवरी से पहले बीजेपी कार्यालय में संपर्क कर लें। 

वही कुसुम महदेले के बयान के सवाल पर उन्होंने कहा कि कुसुम दीदी का स्वागत है। वे यदि दमोह से दावेदारी कर रही हैं तो वे उनका स्वागत करते हैं।  मगर ऐसा नहीं हैं कि मैं यहां से टिकट न मांगू । मैं मौजूदा सांसद हूं इसलिए मेरी पहली प्राथमिकता दमोह लोकसभा है।हालांकि अंतिम फैसला पार्टी को करना है। पटेल ने यहां तक कहा कि दोबारा पांच साल मिलेंगे तो आतंक की राजनीति पर लगाम लगाने की बात दोहराउंगा। चुनाव प्रचार के दौरान इसे मुद़दा भी बनाउंगा। जो लोग सट्टा खिलाते हैं, गुंडागर्दी करते हैं। भय का माहौल बनाते हैं। ऐसे लोगों को संरक्षण नहीं मिलना चाहिए।   प्रहलाद पटेल के बयान ने भाजपा के साथ दमोह संसदीय क्षेत्र में भूचाल ला दिया। सांसद पटेल के इस बयान के बाद भाजपा के नेताओं में खलबली है।

बता दे कि हाल ही में पूर्व मंत्री कुसुम मेहदेले ने पीएम मोदी से मांग की थी कि वे उन्हेें लोकसभा चुनाव में दमोह या खजुराहो से टिकट दे या  राज्यपाल बनाए या फिर राज्यसभा भेजे।जिसके बाद से ही मेहदेले के बयान के बाद राजनीति और भाजपा में हड़कंप मचा हुआ है। कयास लगाए जा रहे है कि अगर मेहदेले को भाजपा ने इस बार टिकट नही दिया तो वे कांग्रेस की तरफ अपना रुख कर सकती है। वही पटेल के इस बयान ने आग में घी डालने का काम कर दिया है। ऐसे में भाजपा में विवाद होना तय है। जबकी संघ द्वारा भाजपा को सौंपी गई रिपोर्ट में प्रहलाद पटेल के टिकट काटने की सिफारिश की गई है।संघ के फीडबैक में पटले की रिपोर्ट खराब आई है।

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