प्रमुख सचिव रेड्डी व् कलेक्टर का हटना तय , इकबाल हो सकते हैं नए सीएस
भोपाल
कमलनाथ सरकार गिरने के बाद अब मुख्य सचिव पद से एम गोपाल रेड्डी का हटना लगभग तय हो गया है। भाजपा ने सत्ता में आते ही अफसरों को निशाने पर लेने की तैयारी कर ली है, क्योंकि पिछले कुछ महीनों में भाजपा नेताओं के साथ अफसरशाही का जो रवैया रहा, उससे भाजपा में भारी नाराजगी है। पूर्व सीएम शिवराज सिंह चौहान ने दो दिन पूर्व ही गोपाल रेड्डी को भष्टाचार बताया था। अब वे शिवराज ही सीएम पद के लिए भाजपा की ओर से सबसे प्रबल दावेदार हैं। ऐसे में गोपाल रेड्डी की सीएस पद से विदाई लगभग तय हो गई है। उनकी जगह एसीएस इकबाल सिंह बैंस का मुख्य सचिव बनना तय माना जा रहा है। हालांकि सीएस पद की दौर में एसीएस दीपक खांडेकर व राधेश्याम जुलानिया भी है। ये दोनों ही अफसर फिलहाल केंद्र में प्रतिनियुक्ति पर है। इन तीनों ही अफसरों को शिवराज की पसंद का माना जाता है।
राजगढ़ कलेक्टर 'निशाने' पर
नागरिकता संशोधन कानून के समर्थन में रैली के दौरान राजगढ़ कलेक्टर निधि निवेदिता से भाजपा नेताओं का विवाद हुआ था। अब इसका खामियाजा उन्हें उठाना पड़ सकता है।
मुख्य सचिव कार्यालय से लेकर प्रमुख विभागों में अधिकारी नए सिरे से होंगे तैनात
मंत्रालय में सीएम व मुख्य सचिव कार्यालय से लेकर प्रमुख विभागों में अधिकारी नए सिरे से तैनात होंगे। बताया जा रहा है कि सरकार ने राजनीतिक उठापटक के बीच जिस तरह 1985 बैच के अधिकारी एम गोपाल रेड्डी को मुख्य सचिव बनाया था, उसके चलते माना जा रहा है कि उन्हें ज्यादा समय इस पद पर नहीं रखा जाएगा। रेड्डी की जगह 1985 बैच के अधिकारी राधेश्याम जुलानिया, दीपक खांडेकर व इकबाल सिंह बैंस में से किसी को मुख्य सचिव बनाया जा सकता है। तीनों ही अधिकारी भाजपा सरकार में प्रमुख पदों पर काम कर चुके हैं।