प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड की टीम ने समझाइस दी पीओपी से ना मूर्ति बनाये ना बिक्री करे
बोर्ड के अनुसार प्लास्टर ऑफ पेरिस (पीओपी) से निर्मित मूर्तियों पर पूर्णत: प्रतिबंध है। पीओपी से प्राकृतिक जलस्त्रोतों की गुणवत्ता खराब होती है। गौरतलब है कि हर साल बोर्ड पीओपी की मूर्तियां न बनाने के आदेश जारी करता है।
इस ही कड़ी में आज छिन्दवाड़ा में प्रदूषण बोर्ड ने औचक निरीक्षण किया।
गणेश प्रतिमाओं का किया निरीक्षण छिंदवाड़ा। बुधवार को नगर निगम और प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड की संयुक्त टीम ने मूर्तिकारों का औचक निरीक्षण किया। इस दौरान दोनों विभागों के दलों ने देखा कि कहीं मूर्तिकारों द्वारा कहीं पीओपी से मूर्तियों का निर्माण तो नहीं किया जा रहा है। हालांकि निरीक्षण के दौरान कहीं भी पीओपी की मूर्ति बरामद नहीं की गई। इस दौरान भोपाल से आए बोर्ड के वैज्ञानिक संजय कुमार मुकाती ने मूर्तिकारों को समझाइस भी दी कि पीओपी से बनी मूर्तियों का निर्माण नहीं करें, सिर्फ मिट्टी से बनी मूर्तियों की ही बिक्री करें। मिट्टी से बनी मुर्तिया पर्यावरण के लिए अनुकूल होती है इससे किसी प्रकार का पर्यावरण को कोई नुकसान नही होता है।