प्याज की राह पर आलू, दोगुने हो गए रेट

 नई दिल्ली
प्याज के बाद अब आलू भी आम आदमी की जेब पर भारी पड़ रहा है। पिछले 10 दिनों में इसके रीटेल दाम 100 फीसदी से ज्यादा बढ़ गए हैं और यह 40-50 रुपये किलो बिक रहा है। पिछले साल दिसंबर के मुकाबले इसकी कीमतें दो से तीन गुना तक बढ़ी हैं। हालांकि आलू कारोबारी इसे अस्थाई ट्रेंड बता रहे हैं। कीमतें कुछ दिनों में सामान्य होने की उम्मीद की जा रही है।

शनिवार को औसत कीमत 40 रुपये किलो
दिल्ली के रीटेल बाजारों में शनिवार को आलू की औसत कीमत 40 रुपये किलो थी, जो अगले दिन 50 रुपये तक बिका। पिछले हफ्ते यह 20 से 25 रुपये की रेंज में था। आजादपुर मंडी में अधिकतम थोक कीमत 21 रुपये किलो थी, जो दिसंबर 2018 में 6-10 रुपये किलो थी। आलू कारोबारियों का कहना है कि पंजाब से नए आलू की आवक में कमी और बारिश के चलते कई इलाकों में निकासी प्रभावित होने से दाम बढ़ गए हैं।
 
इस साल आलू का रकबा ज्यादा
केंद्रीय आंकड़ों के मुताबिक इस साल आलू का रकबा पिछले साल के मुकाबले 3.4% ज्यादा है और उत्पादन भी बढ़ने की उम्मीद है। आजादपुर मंडी में आलू कारोबारी टीसी शर्मा ने बताया कि पंजाब, मालवा और कई इलाकों में बिजाई के दौरान बारिश से फसल कमजोर रही थी, ऐसे में आवक प्रभावित होने की आशंका है। लेकिन मौजूदा तेजी पिछले हफ्ते बारिश के चलते खेतों से नया आलू निकालने में देरी के चलते आई है। दाम जल्द गिरेंगे।

रीटेल कीमतें 20-25 के करीब रहने का अनुमान
आगरा के आलू सप्लायर दीपक कुमार ने फोन पर बताया कि आलू कीमतों का ट्रेंड प्याज से बिल्कुल अलग है। यह बढ़ोतरी तकनीकी है, जो जल्द सामान्य हो जाएगी। हालांकि रीटेल कीमतें 20-25 के स्तर पर ही रहेंगी। उन्होंने कहा कि पिछले साल कीमतें काफी गिरने से कई इलाकों में किसानों ने कम बुआई की है, लेकिन कुल उत्पादन में कमी के संकेत अभी तक नहीं मिले हैं।

जनवरी अंत में यूपी से नए आलू की सप्लाई
यूपी से नए आलू की सप्लाई जनवरी-फरवरी में शुरू होती है। आलू के अलावा ज्यादातर हरी सब्जियां भी बारिश और ओलावृष्टि के चलते महंगी हो गई हैं। गोभी, पालक, टमाटर के दाम पिछले दिसंबर के मुकाबले 50-60% ज्यादा हैं। दाल, चावल, गेहूं और सब्जियों की कीमतों में तेजी के चलते ही नवंबर में उपभोक्ता मूल्य सूचकांक तीन साल के उच्चतम स्तर 5.54% पर पहुंच गया है, जो पिछले नवंबर में 2.33 था।

14 दिसंबर को दूध 3 रुपया महंगा हुआ
आलू, प्याज, दूध जैसी बेसिक कमोडिटीज की कीमतें इस साल 15 से 700 फीसदी तक बढ़ी हैं। दिल्ली में मदर डेयरी और अमूल दूध की कीमतें छह महीनों में ही 10% बढ़ी है। दोनों कंपनियों ने मई के आखिर में 2 रुपये प्रति लीटर तक बढ़ोतरी की थी, जबकि शनिवार को एक बार फिर 3 रुपये लीटर तक इजाफा कर दिया।
 

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