पैसा नहीं होने पर मसूम को नहीं किय एडमिट, गई जान
रायपुर
अवंति विहार में स्थित एक निजी अस्पताल में डाक्टरों की लापरवाही के चलते दस वर्षीय मासूम की जान चली गई। एटीएम चौक के पास स्थित एक निजी अस्पताल में दस वर्षीय खिलेश साहू को सीने में चोट लगने पर अस्पताल लाया गया। डाक्टरों ने इलाज के लिए 10 हजार रूपए तुरंत जमा करने को कहा । उनका कहना था कि पैसा जमा होने के बाज ही इलाज शुरू किया जाएगा। परिजन पैसे जुटाने के बाद जैसे ही अस्पताल पहुंचे, तब तक देर होने से लड़के ने दम तोड़ दिया। जिसके बाद परिजनों ने अस्पताल प्रबंधन की मानमानी के खिलाफ सिविल लाइन थाने में रिपोर्ट दर्ज कराई है।
परिजनों का कहना है कि 10 वर्षीय खिलेश साहू को उसके माता-पिता द्वारा जब भर्ती कराने ले जाया गया तब वहां जीवित था और अपनी मां से बात कर रहा था. डॉक्टर द्वारा पहले तो उनसे पैसे जमा कराने की बात कही गई. अगर पैसे नहीं है तो अपने बच्चे को यहां से ले जाएं. माता-पिता द्वारा बार-बार निवेदन करने पर भी उनके बच्चे को अस्पताल में भर्ती नहीं किया गया। उसके बाद जब 1 घंटे के भीतर बच्चे की मां ने 10 हजार रुपए अस्पताल प्रशासन को दिए. तब जाकर अस्पताल प्रशासन जैसे ही बच्चे को बेड पर लेटाया उसकी मौते हो गई। मृतक बच्चे के परिजनों ने आज सिविल लाइन थाने में थाना प्रभारी के समक्ष अस्पताल प्रशासन के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कराई है। ग्रामीण एएसपी ताकेश्वर पटेल ने बताया कि मृतक बच्चे की माँ की शिकायत करने के लिए थाना पहुँची थी जिसकी शिकायत के आधार पर अगर बच्चों को समय रहते इलाज मिल जाता तो शायद बच्चे को बचाया जा सकता था। शिकायत के आधार पर जांचकर हम आगे की कार्रवाई करेंगे।