पूर्व केन्द्रीय वित्त मंत्री यशवंत सिन्हा ने पत्रकारों से चर्चा करते हुए कहा की राजनीतिक भाषा का स्तर गिरगया है
भोपाल
पूर्व केन्द्रीय वित्त मंत्री यशवंत सिन्हा का कहना है कि चुनाव में राजनीतिक भाषा का स्तर गिरता जा रहा है। प्रधानमंत्री को चाहिए था कि वो डिग्निटी मेनटेन करे और भाषा को लेकर स्टेंडर्ड सेट करे। पर ऐसा नहीं हो पा रहा है।
सेंट्रल प्रेस क्लब के प्रेस से मिलिए कार्यक्रम में पत्रकारों से चर्चा करते हुए उन्होंने कहा कि उनके चुनावी अनुभव के आधार पर वे कह सकते है कि इस चुनाव में जो भाषा इतनी नीची गई है उतनी आज तक नहीं गई। उन्होंने अर्थ व्यवस्था को लेकर चिंता जताते हुए कहा कि जब 23 को इस सरकार की विदाई होगी तो इस सरकार की गिनती देश को सबसे खस्ताहाल में छोड़कर जाने वाली सरकार में होगी। बिना किसी सोच विचार के इन्होंने जीएसटी लागू कर दिया। मोदी सरकार के सऊल संचालन के लिए झूठे ढोल बजाए जा रहे है। पूरी दुनिया के सामने देश की जगहसाई हो रही है।
भारत उस श्रेणी में आ गया है कि अब दुनिया में भारत के आंकड़ों पर विश्वास नहीं किया जाता है। नोटबंदी और गलत ढंग से लागू किए गए जीएसटी से मध्यम वर्ग के उद्योग को सबसे ज्यादा नुकसान हुआ है।एमएसएमई सेक्टर इसके चलते खत्म हो गया। सरकार अर्थ व्यवस्था को लेकर झूठ बोल रही है।
उन्होंने कहा कि इस चुनाव में पाकिस्तान को मुख्य मुद्दा बनाने का प्रयास किया गया यह दुर्भाग्य पूर्ण है। पाकिस्तान को चुनाव का मुद्दा बनाया और चीन का कोई जिक्र नहीं। चीन के मामले में मोदी की छाती 56 से 6 इंच की हो जाती है।