पुलिस कस्टडी में कैदी की मौत, आक्रोशित लोगों ने पुलिस फोर्स पर बोला हमला
दरभंगा
बिहार के दरभंगा में पुलिस कस्टडी में कैदी की मौत के बाद आक्रोशित लोगों ने जमकर बवाल काटा. आक्रोशित लोगों ने पुलिस फोर्स पर हमला बोलने के साथ ही पत्थरबाज़ी भी की. इस दौरान पुलिस को भीड़ नियंत्रितत करने के लिए बल का भी प्रयोग करना पड़ा.
जानकारी के मुताबिक लहेरियासराय थाना क्षेत्र के अभंडा मुहल्ला में नशाबंदी अभियान के तहत पुलिस ने 8 लोगों को गिरफ्तार किया था जिन्हें पुलिस अभिरक्षा में कोर्ट में पेशी करने के लिए दरभंगा व्यवहार न्यायलय लाया गया. कोर्ट में पेशी कराने से पहले ही रामवृक्ष मल्लिक नामक गिरफ्तार आरोपी की तबियत ख़राब हो गई और उसके मुंह से खून निकलने लगा.
इसके बाद उसे आनन-फानन में इलाज के लिए डीएमसीएच लाया गया, जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया. मौत के बाद परिजनों ने हंगामा करते हुए पुलिस पर आरोप लगाया कि रामवृक्ष मल्लिक की मौत पुलिस की पिटाई से हुई है. रामवृक्ष मल्लिक डीएमसीएच में कार्यरत थे. मौत के बाद लोगों का गुस्सा सातवें आसमान पर आ गया और आक्रोशित लोग जगह-जगह सड़क पर आगजनी कर प्रदर्शन करने लगे.
शाम होते-होते प्रदर्शन उग्र हो गया और सड़कों पर आम राहगीरों की भी पिटाई की जाने लगी. मामला बिगड़ता देख खुद एसएसपी बाबूराम भारी संख्या में पुलिस बल के साथ घटनास्थल पर पहुंचे जहां पहले से मौजूद लोगों ने पुलिस पर पथराव शुरु कर दिया. पुलिस ने भी जबाबी पत्थरबाज़ी की लेकिन मामला नहीं शांत हुआ कई बार पीछे हटने के बाद पुलिस आखिरकार हंगामा कर रहे लोगो को खदेड़ना शुरु किया और लाठीचार्ज कर दिया. बाद में कई लोग हिरासत में भी लिए गए जिसके बाद सड़क जाम किसी तरह हट पाया.
मृतक के भतीजा विजय कुमार मल्लिक ने पुलिस पर आरोप लगते हुए कहा कि पुलिस ने उन्हें छोड़ने के एवज में रुपये की मांग की थी और रकम नहीं देने पर उनकी बुरी तरह से पिटाई की गई जिसके उनकी तबियत खराब हुई और उनकी मौत हो गई.
दरभंगा के एसएसपी बाबू राम ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि घटना की पूरी मजिस्टेरियल जांच होगी और जो भी दोषी होंगे उन पर कार्रवाई जरूर होगी. इसके साथ ही उन्होंने कहा कि फिलहाल स्थिति नियंत्रण में है भीड़ को खदेड़ दिया गया है. कुछ लोगो को हिरासत में भी लिया गया है आगे की क़ानूनी कार्रवाई की जा रही है.