पुलवामा हमले के बाद शहीद हुए मेजर की पत्नी को आर्मी का ‘बुलावा’

देहरादून

मेजर विभूति धौंडियाल पिछले साल हुए पुलवामा हमले के बाद मिलिटरी ऐक्शन में शहीद हो गए थे। अब उनकी पत्नी नीतिका कौल इंडियन आर्मी का टेक्निकल विंग जॉइन करने के लिए तैयार हो चुकी हैं। 26 साल की कौल नोएडा की एक सॉफ्टवेयर कंपनी में काम करती हैं और उन्होंने सेना का एंट्रेंस एग्जाम (सर्विसेज सिलेक्शन बोर्ड) पास कर लिया है। नीतिका को चेन्नै के ऑफिसर्स ट्रेनिंग अकैडमी से कॉल लेटर भी आ गया है।

​खूब शेयर हुआ था नीतिका का 'अलविदा'
नीतिका को सैनिक की विधवा होने के कारण उम्र में रियायत दी गई थी। आपको बता दें कि पिछले साल मेजर धौंडियाल के शहीद होने के बाद नीतिका का भावुक विडियो काफी ज्यादा शेयर किया गया था। अपने वीर पति को नम आंखों से आखिरी विदाई देते हुए नीतिका ने कहा था, 'आपने मुझसे कहा था कि आप मुझसे प्यार करते हैं लेकिन आप देश से ज्यादा प्यार करते थे। मैं अपनी आखिरी सांस तक आपसे प्यार करती रहूंगी। मेरी जिंदगी आपके लिए है।'

सास को नीतिका में दिखती है बेटी
अब एक साल बाद नीतिका सेना में सेवाएं देने के लिए तैयार हैं। मेजर धौंडियाल की मां सरोज कहती हैं कि वह अपनी बहू के लिए बहुत खुश हैं। उन्होंने बताया, 'वह एक बहादुर लड़की है और हमारा बेटी की तरह ख्याल रखती है। हम उसे अपने जीवन में पाकर खुश हैं।' नीतिका ने कौल लेटर मिलने की जानकारी सबसे पहले अपनी सास को दी थी। सरोज इस बात को लेकर बेहद गौरवान्वित महसूस करती हैं कि नीतिका ने अपने पैरंट्स से भी पहले उन्हें रखते हुए अपनी खुशी उनके साथ बांटी।

नहीं मना सके थे शादी की पहली सालगिरह
इससे पहले 18 फरवरी को नीतिका ने बताया था, 'मेरे पति जिससे सबसे ज्यादा प्यार करते थे, मैं चाहते हुए भी खुद को उससे प्यार करने से रोक नहीं पाई। मैं उम्मीद करती हूं कि मुझे भी उस तरह से देश की सेवा करने का मौका मिले जैसे उन्होंने किया।' नीतिका और मेजर धौंडियाल कौलेज में मिले थे और अप्रैल 2018 में उनकी शादी हो गई थी। शादी की पहली सालगिरह से कुछ महीने पहले ही पुलवामा अटैक के बाद घाटी से आतंकियों को मिटाने के एक ऑपरेशन में मेजर शहीद हो गए थे।

​'​सास में है एक हीरो'
कौल एक कश्मीरी पंडित हैं और उनका परिवार 1990 में दिल्ली आया था। उन्होंने बताया कि उनकी सास ने उन्हें सेना जॉइन करने के लिए प्रेरित किया। मार्केटिंग ऑपरेशन्स में एमबीए कौल अपनी सास के लिए कहती हैं, 'जब भी मैं उनको देखती हूं, मुझे एक हीरो दिखता है। उनका दर्द कम नहीं है लेकिन फिर भी उन्होंने मेरा पूरा समर्थन किया।'

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