पुलवामा अटैक के बाद बड़ी कार्यवाही की तैयारी में भारत, पीएम मोदी ने रद्द किया इटारसी दौरा
भोपाल
पुलवामा आंतकी हमले के बाद पीएम नरेन्द्र मोदी का इटारसी दौरा रद्द कर हो गया है। हमले के बाद भारत बड़ी कार्रवाई कर सकता है। तीनों सेना प्रमुख, एनएसए की दिल्ली में बैठक शुरू हो गई है। पीएम मोदी भी इस बैठक में शामिल हैं। आज पीएम मोदी का यूपी और इटारसी दौरा था। मामले की जांच राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) को सौंपी गई है। एनआईए की एक 12 सदस्यीय टीम शुक्रवार को हमले वाली जगह पर फोरेंसिक साक्ष्य जुटाएगी। इसमें एक आईजी रैंक के अफसर को भी शामिल किया गया है। दूसरी तरफ आतंकी हमले के बाद कश्मीर की सुरक्षा स्थिति पर चर्चा के लिए प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में कैबिनेट कमेटी की भी बैठक होगी। इसमें रक्षा मंत्री, गृह मंत्री, विदेश मंत्री और वित्त मंत्री भी शामिल हैं।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज मध्यप्रदेश के इटारसी में रैली को संबोधित करेंने वाले थे। इस रैली के साथ पीएम मोदी मध्यप्रदेश में लोकसभा चुनाव का शंखनाद करने वाले थे। पीएम मोदी की रैली को देखते हुए सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए थे।
कांग्रेस सरकार बनने के बाद पहला दौरा
मप्र में कांग्रेस की सरकार बनने के बाद मोदी का यह पहला दौरा था। विधानसभा चुनाव के प्रचार के लिए मोदी ने मध्यप्रदेश में 10 रैलियां की थीं। अब वो लोकसभा में प्रचार के लिए आने वाले थे। मोदी इटारसी के रेलवे ग्राउंड पर जनसभा को संबोधित करना था।
कार्यकर्ताओं ने बांटे थे पीले चावल
मोदी की सभा के लिए भाजपा कार्यकर्ताओं ने घर-घर जाकर लोगों को पीले चावल देकर बुलाया था। इसकी जिम्मेदारी विधायक से लेकर वार्ड पार्षद तक को दी गई थी। भाजपा नेताओं का दावा ता कि होशंगाबाद और बैतूल से मोदी की रैली में सवा लाख लोग आएंगे। मोदी की रैली से बैतूल-हरदा संसदीय सीट से भाजपा सांसद ज्योति धुर्वे को दूर रखा गया था। बता दें कि अनुसूचित जनजाति के फर्जी प्रमाणपत्र के पेंच में ज्योति धुर्वे फंस गई हैं।
इटारसी में सभा क्यों थी
मोदी की सभा दो लोकसभा क्षेत्र होशंगाबाद और बैतूल को कवर कर रही थी। दोनों पर भाजपा के सांसद हैं। इटारसी में रैली करने का कारण यह भी माना जा रहा है कि यहां से मुख्यमंत्री कमलनाथ का छिंदवाड़ा जिला है। सभा का लक्ष्य कई विधानसभाओं को कवर करना था।
3 हजार सुरक्षाकर्मी तैनात
नर्मदापुरम संभाग के आईजी केसी जैन बताया कि पीएम की सुरक्षा में 3 हजार पुलिसकर्मियों को लगाया गया था। इसके पहले एसपीजी के साथ कोऑर्डिनेशन करके सुरक्षा बंदोबस्त को मजबूत किया गया था।