वीआईपी कल्चर छोड़ सरकारी अस्पताल में इलाज कराएंगे सीएम
भोपाल
मुख्यमंत्री कमलनाथ के दाएं हाथ की अंगुली (अनामिका) का शनिवार सुबह हमीदिया अस्पताल में ऑपरेशन होगा। उनकी अंगुली में दर्द और जकड़न (ट्रिगर फिंगर) की समस्या है। ऑपरेशन सुबह 9 बजे किया जाएगा। इस दौरान दिल्ली के डाॅक्टराें की टीम भी माैजूद रहेगी। आठ साल बाद यह पहला मौका है, जब कोई मुख्यमंत्री हमीदिया में इलाज कराने पहुंचा है। इससे पहले सितंबर 2011 में तत्कालीन सीएम शिवराज सिंह चाैहान भी हमीदिया में गले के इंफेक्शन अाैर ब्लड प्रेशर की जांच कराने पहुंचे थे।
नेताओं को कोई भी तकलीफ होती है वह फौरन विदेश या फिर देश की राजधानी दिल्ली में इलाज के लिए जाता हैं। ऐसे तमाम राजनेताओं की लंबी फेहरिस्त है। जो देश के सरकारी अस्पतालों को दरकिनार कर प्राइवेट और बड़े अस्पतालों में इलाज करवाने जाते हैं। लेकिन मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री कमलनाथ ने इस परंपरा को तोड़ते हुए अपने इलाज के लिए शहर का सबसे बड़ा सरकारी अस्पताल चुना। सालों बाद कोई वीवीआईपी इस अस्पताल की दहलीज पर इलाज के लिए पहुंचा है। इसके पीछे एक बड़ा कारण यह भी बताया जा रहा है कि नई संभागायुक्त कल्पना श्रीवास्तव ने यहां डॉ के साथ बैठक कर इलाज के लिए सख्ती से सुधार के आदेश दिए थे। जिसके बाद से यहां के हालात में बदलाव आया है। मुख्यमंत्री कमलनाथ ने सरकारी अस्पताल में इलाज कराने का फैसला कर एक उदाहरण भी पेश किया है, जिसकी सराहना की जा रही है।
मुख्यमंत्री शुक्रवार शाम करीब साढ़े छह बजे हमीदिया अस्पताल पहुंचे थे। यहां डाॅक्टराें ने एक्स-रे अाैर जांच कराने के बाद माइनर सर्जरी की जरूरत बताई है। रात अाठ बजे अस्पताल से बाहर निकलते मीडिया से चर्चा करते हुए कहा कि हाथ में दर्द की वजह से वे योग दिवस कार्यक्रम में शामिल नहीं हो सके। उन्होंने कहा कि ‘हमीदिया अच्छा अस्पताल है, इसलिए यहां इलाज कराने अाया हूं। मैं चाहता ताे देश के किसी भी बड़े अस्पताल में इलाज करा सकता था।’