पीठासीन व मतदान दल अधिकारियों का प्रशिक्षण जारी, पीठासीन अधिकारियों के दायित्व बताये गये
गरियाबंद
लोकसभा आम निर्वाचन 2019 के तहत 13 से 15 मार्च तक गरियाबंद स्थित आई.टी.एस. महाविद्यालय एवं गुरूकुल महाविद्यालय में पीठासीन अधिकारी और मतदान अधिकारियों को प्रशिक्षण दिया जा रहा है। प्रशिक्षण में आई.टी.एस महाविद्यालय एवं गुरूकुल महाविद्यालय के पांच-पांच कक्षों में सवेरे 10.30 बजे से दोपहर 2 बजे तक कुल 250-250 पीठासीन अधिकारी एवं मतदान अधिकारी क्रमांक 1 को निर्वाचन प्रशिक्षण दिया जा रहा है। प्रशिक्षण में जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी आर.के. खुंटे ने निरीक्षण कर आवश्यक मार्गदर्शन दिये। इस अवसर पर निर्वाचक रजिस्ट्रिकरण अधिकारी राकेश साहू उपस्थित थे।
प्रशिक्षण में ईव्हीएम एवं व्ही.व्हीपेट मशीनों का संचालन को व्यहारिक तरिके से बताया गया। कन्ट्रोल यूनिट में हरिपत्र मुदªा, स्ट्रीप सील, स्पेशल टेग व सील करने के तरीके बताये गये। प्रशिक्षण में मुख्यतः पीठासीन अधिकारियों, मतदान अधिकारी क्रमांक 01 के दायित्वों के संबंध में मास्टर ट्रेनर्स द्वारा विस्तार से जानकारी दी गई। मास्टर ट्रेनर ने बताया कि पीठासीन अधिकारी सम्पूर्ण मतदान केन्द्र का प्रभारी होता है। पीठासीन अधिकारी मतदान केन्द्र की स्थापना ,मशीनों को जोड़ना, मॉकपोल कराना तथा मतदान समाप्ति के लिए प्रभारी होता है। प्रथम मतदान अधिकारी निर्वाचक नामावली की चिन्हित प्रति का प्रभारी होगा और निर्वाचक की पहचान के लिये उत्तरदायी होगा। प्रथम मतदान अधिकारी द्वारा मतदाता की पहचान होने पश्चात् द्वितीय मतदान अधिकारी निर्वाचक के बायें हाथ की तर्जनी का यह देखने के लिये निरीक्षण करेगा कि इस पर अमिट स्याही का कोई चिन्ह या संकेत तो नहीं है और अमिट स्याही को मतदाता के बाएॅ हाथ तर्जनी पर दी गई स्टिक के माध्यम से तर्जनी के प्रथम जोड़ से नाखून के अंत तक एक रेखा में लगायेगा।
प्रशिक्षण में मतदान की सफलता के लिए मतदान मशीन एवं मतदान सामग्री प्राप्त करना,ईवीएम एवं वीवीपीएटी का परिचय, मतदान केंद्र की स्थापना तथा बैठक व्यवस्था, मॉक पोल का आयोजन विभिन्न लिफाफा व सील और रिकार्ड किये गये मतो का लेखा तथा डायरी तैयार करने के संबंध में विस्तृत जानकारी दी गई। यह प्रशिक्षण 15 मार्च को भी इन महाविद्यालयों में दो पालियों में आयोजित किया जाएगा।