पार्टी मप्र सरकार के काम में नहीं देगी दखल

 नई दिल्ली
कांग्रेस ने मध्यप्रदेश में गोहत्या और मवेशियों की तस्करी के आरोप में पांच लोगों पर राष्ट्रीय सुरक्षा कानून (रासुका) लगाए जाने पर शनिवार को अपना रुख स्पकष्टे करते हुए कहा कि कानून-व्यवस्था का विषय प्रदेश सरकार के अधिकार क्षेत्र में आता है और वहां की सरकार के कामकाज में हम ‘बेवजह दखल’ नहीं देंगे। पार्टी ने यह भी कहा कि कांग्रेस सरकार सुनिश्चि त करेगी कि किसी निर्दोष पर कार्रवाई नहीं हो और किसी दोषी को छोड़ा नहीं जाए। 

कांग्रेस के मुख्य प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने कहा कि कानून व्यवस्था एक ऐसा विषय है जिस पर मुख्यमंत्री और पुलिस महानिदेशक को फैसला करना होता है। मुख्य्मंत्री कमलनाथ ने स्पष्ट किया है कि कानून अपना काम करेगा तथा किसी निर्दोष पर कार्रवाई नहीं होगी और किसी दोषी को छोड़ा नहीं जाएगा। कांग्रेस पार्टी कानून-व्यवस्था को कानून-व्यवस्था के नजरिए से ही देखती है। यह मुद्दा कमलनाथ जी के अधिकार क्षेत्र में आता है जो एक संजीदा और सक्षम नेता हैं। हमें यह मामला भी उनके विवेक पर छोड़ देना चाहिए।

सुरजेवाला ने कहा कि हम बिना वजह राज्य सरकार के मामले में दखल नहीं देंगे। यह कांग्रेस की कार्यशैली नहीं हैं। यह सुनिश्चिखत किया जाएगा कि किसी निर्दोष पर कार्रवाई नहीं हो और कोई दोषी छोड़ा नहीं जाए।

चिदंबरम-दिग्विजय कर चुके हैं विरोध
गोहत्या और गायों की अवैध तस्करी के दो अलग-अलग मामलों में रासुका के तहत कार्रवाई से खुद कांग्रेस के कई नेता संतुष्ट नजर नहीं आ रहे हैं। मध्यप्रदेश के खंडवा जिले में गोहत्या के आरोप में तीन लोगों और आगर मालवा में गौ वंश की अवैध तस्करी के आरोप में दो लोगों पर रासुका के तहत की गई कार्रवाई पर पूर्व केंद्रीय गृह मंत्री पी. चिदंबरम और मप्र के पूर्व मुख्यगमंत्री दिग्विजय सिंह ने सवाल उठाए हैं। 

चिदंबरम ने कहा कि मध्य प्रदेश में इन मामलों में रासुका का इस्तेमाल किया जाना गलत था। इसे मध्य प्रदेश सरकार के सामने उठाया गया है। इसलिए अगर कोई गलती हुई है तो उस पर ध्यामन दिया जाना चाहिए। दूसरी ओर दिग्विजय सिंह भी कह चुके है कि आरोपियों पर गौ हत्या के लिए बने कानून के तहत कार्रवाई की जाना चाहिए थी, रासुका नहीं लगनी चाहिए थी।

गृहमंत्री ने किया सरकार का बचाव
रासुका लगाए जाने पर सरकार के खिलाफ विरोध बढ़ने के बाद प्रदेश के गृहमंत्री बाला बच्चन ने सरकार का बचाव करते हुए कहा है कि आरोपियों पर पहले से भी कई केस होंगे। इसके चलते ही उन पर रासुका की कार्रवाई की गई होगी। उनके कारण प्रदेश और देश की कानून व्यवस्था बिगड़ने का अंदेशा रहा होगा, इसलिए उन पर कार्रवाई की गई है।

खंडवा, आगर-मालवा के हैं आरोपी
गौरतलब है खंडवा जिले के मोघट थाने के खरखाली गांव में गो-हत्या के मामले में पकड़े गए तीन आरोपियों के खिलाफ पुलिस प्रशासन ने रासुका की कार्रवाई की है। पिछले दिनों तीनों आरोपियों (नदीम, उसके भाई शकील व आजम) पर की गई इस कार्रवाई के बाद फिलहाल तीनों जेल में हैं। इसके अलावा आगर मालवा में गायों की अवैध तस्करी के दो आरोपियों पर रासुका लगाया गया है। इन दोनों को भी जेल भेज दिया गया है।
 

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